अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल अपनी सरकार के अफसरों को चुनने में जुटे हैं।
इस बीच उन्होंने अपनी छोटी बेटी टिफैनी के ससुर मसाद बाउलुस को अरब और मध्य पूर्व के मामलों में अपना सलाहकार नियुक्त किया है।
ट्रंप के समधी बाउलोस तय करेंगे कि फिलिस्तीन में अमेरिकी नीति क्या होगी और ट्रंप प्रशासन को क्या कदम उस क्षेत्र में उठाने चाहिए।
रविवार को डोनाल्ड ट्रंप ने उनकी नियुक्ति का ऐलान किया है और वह ट्रंप फैमिली से जुड़े दूसरे सदस्य हैं, जो अमेरिका की नई सरकार का हिस्सा होंगे।
बाउलोस से पहले शनिवार को डोनाल्ड ट्रंप ने चार्ल्स कशनेर को फ्रांस का राजदूत नियुक्त किया था।
चार्ल्स कशनेर डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जारेद कशनेर के पिता हैं। लेकिन बाउलोस को काफी अहम जिम्मेदारी मिली है और उनकी भूमिका पर सभी की निगाहें होंगी।
मसाद बाउलोस लेबनानी मूल के अमेरिकी कारोबारी हैं। उनका परिवार लेबनान और नाइजीरिया में कारोबार करता है। उनके बेटे माइकल की शादी डोनाल्ड ट्रंप की बेटी टिफैनी से हुई है।
डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार के दौरान भी मसाद बाउलोस ने अहम भूमिका निभाई थी। कहा जाता है कि अमेरिका के मुस्लिम बहुल इलाकों में उन्होंने सघन प्रचार किया था। उनका एक बेटा ऐक्टर है, जो द क्राउन मूवी में अभिनय कर चुका है।
अरब अमेरिकी और अन्य मुस्लिम समुदायों के बीच उनका जनाधार माना जाता है। मसाद बाउलोस का लेबनान और नाइजीरिया जैसे देशों में कारोबार है, इसलिए उनकी मुस्लिमों में अच्छी पकड़ है। कारोबारी मसाद बाउलोस ने लेबनाम में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन वह जीत नहीं पाए थे।
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बाउलोस की नियुक्ति की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, ‘एक नामी वकील और कारोबारी समुदाय में प्रतिष्ठित नेता मसाद बाउलोस को अरब और मध्य पूर्व का अच्छा अनुभव है। वह अंतरराष्ट्रीय मामलों की अच्छी समझ रखते हैं। इसलिए उन्हें इस इलाके की जिम्मेदारी दी जाती है।’
इसके आगे डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा कि वह अमेरिका और उसके हितों के लिए अच्छे व्यक्ति साबित होंगे। इस तरह डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समधी को बड़ी जिम्मेदारी दी है।
फिलिस्तीन के गाजा में छिड़ी जंग अमेरिका के लिए चिंता की वजह है। डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि अब यहां संघर्ष विराम हो जाना चाहिए, लेकिन इजरायल के हितों से भी समझौता न हो।
ऐसे में देखना होगा कि उनके समधी क्या सलाह देते हैं। गाजा के भविष्य को लेकर क्या फैसला डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन लेता है। मसाद बाउलोस भी युद्ध खत्म करने के पक्षधर रहे हैं।