यूक्रेन के अस्तित्व पर संकट! पुतिन के इरादों से बढ़ी तनाव की स्थिति; क्या ट्रंप जेंलेस्की की मदद के लिए आएंगे?…

24 फरवरी 2022 से शुरू हुई रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं।

इतने लंबे अंतराल से चल रहा यह युद्ध नवंबर महीने से भयंकर रूप ले चुका है। रूस ने यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर अपना कब्जा कर लिया है।

रूस के यूक्रेन पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना मन बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे।

उन्होंने यह बयान डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी से पहले दिया है।

रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन दो बार अमेरिकी निर्मित मिसाइलों से उस पर हमला कर चुका है। जवाब में रूस ने भी कई ड्रोन और परमाणु युद्ध में इस्तेमाल होने वाली मिसाइलों से यूक्रेनी शहरों को दहलाया है।

इस बीच यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने चेतावनी दी कि डोनाल्ड ट्रंप अगर आगामी दिनों में यूक्रेन और रूस के बीच कोई शांति समझौता लाते भी हैं तो भी पुतिन नहीं मानने वाले, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति ने अपना मन बना लिया है और वो यूक्रेन को बुरी तरह कुचलने पर आमादा हैं। कुलेबा ने सितंबर में विदेश मंत्री पद छोड़ दिया था।

ट्रंप की ताजपोशी से पहले क्यों घबराया यूक्रेन

कुलेबा ने आशंका भी जताई कि अगर ट्रंप मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विपरीत यूक्रेन को सैन्य हथियारों की मदद करना बंद देते हैं तो यूक्रेन का क्या होगा? इससे यूक्रेन को रूस का प्रकोप सहना होगा और यह न सिर्फ सरकार बल्कि आम यूक्रेनियों के लिए भी प्राणघातक समान है।

इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि पुतिन को अब भी लगता है कि वो यूक्रेन राष्ट्र का दर्जा खत्म कर सकते हैं। वो दुनिया खासकर पश्चिम को यह दिखाना चाहते हैं कि वे सब मिलकर भी यूक्रेन की रक्षा करने में असमर्थ हैं।

रूसी गोलीमारी में मारे जा रहे आम यूक्रेनी

इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि उत्तर-पूर्वी यूक्रेन के सुमी शहर में रूसी गोलाबारी में दो नागरिकों की मौत हो गई है।

उन्होंने कहा कि बचाव अभियान जारी है। कई लोगों के अभी भी मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है।

यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस ने रात में यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिससे टेरनोपिल में ग्रिड को नुकसान पहुंचा और क्षेत्र के लगभग 70 प्रतिशत हिस्से की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।

साथ ही कीव क्षेत्र में आवासीय भवनों को भी नुकसान पहुंचा। रात भर में इस्तेमाल किए गए 188 ड्रोनों में से यूक्रेन ने 76 को मार गिराया तथा 96 का पता नहीं चल सका।

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