संयुक्त राज्य अमेरिका के नए नवेले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और भारतवंशी पर भरोसा जताया है।
उन्होंने जय भट्टाचार्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) का नया निदेशक नियुक्त किया है। भट्टाचार्य कोलकाता के रहने वाले हैं।
वह एक अर्थशास्त्री हैं और उन्होंने मेडिकल शिक्षा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है। भट्टाचार्य 47.3 अरब डॉलर के बजट की निगरानी करेंगे। इसे मेडिकल रिसर्च पर खर्च करने के लिए रखा गया है।
आपको बता दें कि अमेरिका का राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान 27 संस्थानों और स्वास्थ्य केंद्रों का प्रबंधन करता है।
इसकी स्थापना का उद्देश्य महामारी के दौरान टीकों से लेकर नई दवाइयों के प्रारंभिक चरण के शोध पर काम करना है। एनआईएच अमेरिका में सार्वजनिक स्वास्थ्य शोध और नवाचार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
COVID-19 महामारी के दौरान जय भट्टाचार्य ने अमेरिकी स्वास्थ्य नीतियों की आलोचना की थी। अक्टूबर 2020 में दो स्कॉलरों के साथ मिलकर “ग्रेट बैरिंगटन डिक्लेरेशन” प्रकाशित किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस से प्रभावित नहीं होने वाले लोगों को सामान्य जीवन की ओर लौटने दिया जाना चाहिए। वहीं, संवेदनशील लोगों की रक्षा की जानी चाहिए।
जय भट्टाचार्य ने अमेरिकी सरकार के खिलाफ एक मुकदमा भी दायर किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर उनके विचारों को सेंसर करने के लिए दबाव डाला।
भट्टाचार्य ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है और वे नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च के रिसर्स असिसटेंट भी हैं। वे स्टैनफोर्ड सेंटर फॉर डेमोग्राफी एंड इकोनॉमिक्स ऑफ हेल्थ एंड एजिंग के निदेशक हैं।
जय भट्टाचार्य की नियुक्ति के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर को स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (HHS) का सचिव नियुक्त करने का ऐलान किया है। कैनेडी और भट्टाचार्य की नियुक्तियां अमेरिकी स्वास्थ्य नेतृत्व में महत्वपूर्ण बदलावों का संकेत देती हैं।