चीन के हैकर अमेरिका को निशाना बनाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका के एक शीर्ष साइबर सिक्योरिटी अधिकारी ने बताया यूएस साइबर कमांड के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर मार्गन अडाम्सकी ने कहा कि अमेरिका के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन इस तरह के हथकंडे अपनाकर खुद को ज्यादा ताकतवर साबित करने की कोशिश कर रहा है।
गुरुवार को अमेरिकी सांसद मार्क वार्नर ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया था कि चीनी हैकर अमेरिका की दूरसंचार कंपनियों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि यह इतिहास का सबसे बड़ा अटैक था। जनकारी के मुताबिक चीनी हैकरों ‘साल्ट टाइफून’ अभियान चलाकर दूरसंचार कंपनियों का डेटा चुराने की कोशिश की थी।
एफबीआई ने भी कहा था कि चुनाव से पहले भी चीनी हैकरों ने अटैकर करने की कोशिश की थी। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप औऱ कमला हैरिस के फोन भी हैक करने की कोशिश की थी।
अमेरिका के आरोपों को चीन खारिज करता रहा है। हालिया आरोपों को लेकर अमेरिका में चीनी दूतावास की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
अमेरिकी प्रौद्योगिकी माइक्रोसॉफ्ट ने रूसी खुफिया एजेंसी से कथित रूप से जुड़े मिडनाइट ब्लिजार्ड हैकर समूह पर यहां के अधिकारियों के खिलाफ स्पीयर-फिशिंग अभियान को तेज करने का आरोप लगाया था।
कंपनी ने कहा था, “22 अक्टूबर, 2024 से, माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट इंटेलिजेंस ने रूसी थ्रेट एक्टर मिडनाइट ब्लिज़र्ड समूह को सरकार, शिक्षा, रक्षा, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य क्षेत्रों में व्यक्तियों को अत्यधिक लक्षित स्पीयर-फ़िशिंग ईमेल को भेजते हुए देखा है।”
बयान के अनुसार, ये ईमेल 100 संगठनों के हज़ारों उपयोगकर्ताओं को भेजे गए थे। माइक्रोसॉफ्ट ने याद दिलाते हुये बताया कि इससे पहले, अमेरिका और ब्रिटेन के अधिकारियों ने कहा था कि मिडनाइट ब्लिज़र्ड कथित तौर पर रूसी खुफिया एजेंसियों से जुड़ा हुआ है।