प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। 29 अक्टूबर को बुध देव तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने से कुछ राशि वालों को बड़े बदलावों का अनुभव होगा। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है।
बुध देव को राजकुमार कहा जाता है। बुध के शुभ होने पर व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है तो अशुभ होने पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आइए जानते हैं, बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने से किन राशि वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है-
मेष राशि-बुध के वक्री होने से कार्यक्षेत्र और व्यापार में वातावरण आपके अनुकूल कम ही रहेगा। नई योजनाओं पर कार्य आरंभ न करें। बनते हुए कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं। विवादों की स्थिति से दूर रहें। वाणी में मधुरता का प्रवाह बनाए रखें। मौसम के बदलाव से परिवार में किसी का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। वाहन और मशीनरी के प्रयोग में सावधानी बरतें।
धनु राशि- बुध के वक्री होने से कार्यक्षेत्र और व्यापार में सावधानी बरतें। स्थितियां आपके अनुकूल कम ही रहेंगी। भाग्य का साथ कम ही मिलेगा। साथियों से किसी बात पर अनबन हो सकती है। व्यापार में लाभ के अवसर सामने आएंगे , लेकिन व्यय की भी अधिकता रहेगी। कार्यक्षेत्र और व्यापार में बदलाव के अवसर सामने आ सकते हैं। मानसिक रूप से खिन्न हो सकतेहैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बढ़ सकती है। वाहन और मशीनरी के प्रयोग में सावधानी बरतें।
मीन राशि- बुध के वक्री होने से कार्यक्षेत्र और व्यापार में सावधानी बरतें। नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। जोखिम भरे मामलों में निर्णय फिलहाल टाल दें। लेनदेन में सावधानी बरतें। स्थितियां आपके अनुकूल कम ही रहेंगी। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। व्यापार में लाभ के अवसर कम ही सामने आएंगे। विवाद की स्थितियां बन सकती हैं। पेट के रोग आपको परेशान कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते हैं कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)