जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में रविवार को आंतकवादियों के साथ सुरक्षाबलों की हुई मुठभेड़ में सेना का एक जेसीओ शहीद हो गया है, जबकि तीन अन्य जवान घायल हो गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में दो ग्राम रक्षा गार्ड की हत्या करने के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी गई थी।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल उस स्थान से कुछ किलोमीटर ही दूर है, जहां पर वीडीजी नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के गोलियों से छलनी शव मिले थे।
सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा कि हमें आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर किश्तवाड़ के भारत रिज क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।
यह वही आतंकी समूह था, जिसने दो निर्दोष ग्रामीणों (ग्राम रक्षा रक्षकों) का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी। उन्हें चुनौती दी गई और गोलीबारी शुरू हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती गोलीबारी में जेसीओ सहित सेना के चार जवान घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां तीन की हालत ‘गंभीर’ बताई गई। बाद में जेसीओ शहीद हो गए।
सेना ने एक्स पर किए पोस्ट में लिखा कि व्हाइट नाइट कोर के जीओसी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग) और सभी रैंक के जवान 2 पैरा (एसएफ) के बहादुर नायब सूबेदार राकेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं।
सूबेदार राकेश भारत रिज किश्तवाड़ के सामान्य क्षेत्र में शुरू किए गए संयुक्त सीआई (आतंकवाद विरोधी) अभियान का हिस्सा थे। हम दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।
इससे पहले, एक पुलिस प्रवक्ता ने भी पुष्टि की थी कि दो वीडीजी की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ जारी है।
अधिकारी ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि इलाके में तीन या चार आतंकवादी घिरे हुए हैं।