हिजबुल्लाह के साथ लेबनान में लड़ रहे इजरायली सैनिकों के एक समूह को सेना ने लताड़ लगाई है।
सैनिकों पर आरोप है कि उन्होंने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ जारी अपनी सैन्य कार्रवाई के दौरान लेबनान का झंडा जलाया और फिर उसका उत्सव भी मनाया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद इजरायली सेना ने इसको लेकर सफाई दी कि हमारी लड़ाई लेबनान के साथ नहीं है। सैनिकों ने यहां पर जो कुछ भी किया वह साफ तौर पर आदेश का उल्लंघन है।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में इजरायली सेना की वर्दी पहने करीब आधा दर्जन लोग पोल से लेबनानी झंड़े को उताकर फाड़ने की कोशिश करते हैं, तभी एक सैनिक झंड़े को लाइटर से जलाने लगता है, इसके साथ ही सैनिक लगातार जश्न मनाते हुए नाचते गाते देखे जा रहे हैं।
इस घटना पर इजरायली सेना के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने कहा कि हम दक्षिणी लेबनान में कुछ सैनिकों द्वारा लेबनान का झंड़ा जलाने के कृत्य की निंदा करते हैं।
यह खुले तौर पर आदेशों का उल्लंघन है। लेबनान में हमारी सैन्य कार्रवाई का लक्ष्य लेबनानी सेना या उसके सम्मान को नुकसान पहुंचाने का बिल्कुल नहीं है।
अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्ट एक्स पर विचाई ने अरबी भाषा में लिखे अपने पोस्ट में कहा कि लेबनान में जारी हमारी सैन्य कार्रवाई हिजबुल्ला के खिलाफ है, जो कभी भी पंथ या विचारधारा या पहचान के हिसाब से वास्तव मं लेबनानी नहीं रहा है।
हालांकि इजरायली सेना की तरफ से दोषी सैनिकों के ऊपर किसी भी तरह की संभावित कार्रवाई की बात नहीं की गई।
इजरायल लगातार गाजा और लेबनान में दो तरफा युद्ध लड़ रहा है। गाजा में जहां उसकी लड़ाई हमास के साथ है तो वहीं लेबनान में उसकी लड़ाई हिजबुल्लाह के साथ है।
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद जब इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की तो हिजबुल्ला ने हमास के समर्थन में इजरायल पर हमला करना शुरू कर दिया।
कुछ महीनों तक इजरायल हिजबुल्लाह को चेतावनी देता रहा लेकिन सितंबर के अंत में उसने हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरल्ला को मौत के घाट उतार दिया और लेबनान की सीमा के भीतर घुस कर सैन्य कार्रवाई करना शुरू कर दिया।