कनाडा की पुलिस ने खालिस्तानी अर्श डाला उर्फ अर्शदीप सिंह को गिरफ्तार किया है।
अर्श डाला कौन है? इसे लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
कनाडा में चरमपंथी गतिविधियों में वह शामिल है। डाला खालिस्तानी हरदीप सिंह का चेला जरूर था, लेकिन उसके नाम निज्जर से ज्यादा हत्या के रिकॉर्ड हैं। यह कुख्यात आतंकी गोल्डी बरार का पार्टनर भी है। पंजाब में कई हाई प्रोफाइल किलिंग में शामिल है।
अर्श डाला कौन है?
पंजाब के मोगा जिले के दल्ला गांव का रहने वाला 27 वर्षीय अर्शदीप सिंह खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) जैसे चरमपंथी समूहों से जुड़ा हुआ है।
वह कई संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है और कुख्यात कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बरार से भी जुड़ा हुआ है।
अर्शदीप अपनी पत्नी और एक नाबालिग बेटी के साथ कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में रह रहा है। उसके पास 1 सितंबर, 2017 को जालंधर में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा जारी किया गया पासपोर्ट है, जो 31 अगस्त 2027 तक वैध है।
निज्जर से ज्यादा हत्या के रिकॉर्ड
अर्श डाला 2020 से खालिस्तानी गतिविधियों में सक्रिय है। वह ज़्यादातर आतंकी फंडिंग, आतंकी मॉड्यूल तैयार करने, सीमा पार से हथियारों की सप्लाई करने और पंजाब में हाई प्रोफाइल हत्याओं की योजना बनाने में शामिल है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा बनाए गए डोजियर के अनुसार, डाला का हत्या का रिकॉर्ड मारे गए केटीएफ नेता हरदीप सिंह निज्जर से भी ज़्यादा है।
अर्श डाला का खौफ
डाला ने निज्जर के साथ मिलकर केटीएफ मॉड्यूल बनाया, जो 2021 में मोगा में सनशाइन क्लॉथ्स स्टोर के मालिक तेजिंदर उर्फ पिंका की हत्या के लिए जिम्मेदार था।
डाला ने कथित तौर पर अपने सहयोगियों राम सिंह उर्फ सोना और कमलजीत शर्मा उर्फ कमल की मदद से जनवरी 2021 में जालंधर के फिल्लौर में एक हिंदू पुजारी प्रज्ञा ज्ञान मुनि पर हमले की योजना बनाई थी।
डाला नवंबर 2020 में बठिंडा में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मनोहर लाल की हत्या में भी शामिल था। डाला ने सुखप्रीत सिंह की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी।
गोल्डी बरार के साथ कब जुड़ा
डाला ने 2021 में गैंगस्टर बिक्रम बरार और गोल्डी बरार के साथ मिलकर एक और केटीएफ मॉड्यूल बनाया था, जिसका काम हाई प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाना था।
इसे बिट्टू प्रेमी, शम्मा बदमाश और सिरसा में रहने वाले डीएसएस अनुयायी शक्ति सिंह को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था।
जनवरी 2022 में डाला ने निज्जर के साथ मिलकर मोगा के एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल और मोगा में अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) विंग के दो इंस्पेक्टरों को निशाना बनाने की योजना बनाई।
डाला ने 2021 के अंत में गुरजंत सिंह जंट्टी और लखबीर सिंह रोडे के साथ मिलकर हरियाणा में भी केटीएफ मॉड्यूल बनाया।
जनवरी 2022 में, इसके साथी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी ने सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख ग्रीस को चंडीगढ़ से पंजाब से पाकिस्तान में घुसपैठ कराने के लिए बुलाया।
डाला ने जनवरी 2022 में 7 लोगों के साथ मिलकर मोहाली के इमिग्रेशन कंसल्टेंट प्रीतपाल सिंह बॉबी को निशाना बनाने की योजना बनाई थी।