जून 2024 में रात के समय ग्लोब चौक पर सामान्य लोगों पर गोली चलाकर भय का माहौल बनाने की कोशिश करने वाला कुख्यात अपराधी अमित जोश पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
अमित जोश के खिलाफ गंभीर अपराधों समेत लगभग 35 मामले दर्ज थे और उस पर 40,000 रुपये का इनाम घोषित था। 25-26 जून 2024 की रात करीब 01:30 बजे ग्लोब चौक में प्रार्थी रमनदीप सिंह और उनके अन्य दो साथियों के साथ अमित जोश और उसके साथी आरोपी डागी, अंकुर और यशवंत ने गाली-गुप्तार किया।
इस दौरान, अमित जोश ने अपनी पिस्टल से हत्या की नीयत से 2-3 गोलियां चलाईं, जिससे सुनील यादव और आदित्य सिंह घायल हो गए। रमनदीप की रिपोर्ट पर थाना भिलाई नगर में मामला दर्ज किया गया।
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश और अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
अमित जोश की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें बनाई गईं और विभिन्न राज्यों में भेजी गईं।
अमित जोश के छिपे होने की सूचना मिलते ही, 7-8 नवंबर 2024 को पुलिस ने होटल, लॉज, ढाबों, और रेलवे स्टेशनों की चेकिंग शुरू की।
8 नवंबर को सर्चिंग के दौरान अमित जोश जयंती स्टेडियम के पास देखा गया, और पुलिस को देखकर वह जंगल की ओर भागने लगा।
पुलिस ने उसका पीछा किया और जब उसे रोकने की कोशिश की, तो अमित जोश ने पुलिस वाहन पर गोली चलाई। आत्मरक्षार्थ पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिससे अमित जोश मारा गया।
घटना की जांच के लिए एफएसएल टीम मौके पर पहुंची, और पोस्टमार्टम के बाद वैधानिक कार्यवाही की गई। मुठभेड़ में शामिल पुलिस टीम को वरिष्ठ अधिकारियों ने सराहा और उत्साहवर्धन किया।