एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद रायत क्रांति संगठन के नेता सदाभाऊ खोट ने माफी मांगी है।
पवार के खिलाफ टिप्पणी करने के बाद उनकी काफी आलोचना हो रही थी। उन्होंने कहा, अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं अपना बयान वापस लेता हूं।
खोट ने सांगली की एक रैली के दौरान कहा था कि क्या शरद पवार महाराष्ट्र की हालत अपने चेहरे की तरह करना चाहते हैं?
बता दें कि सदाभाऊ खोट की पार्टी राज्य में महायुती का हिस्सा है।
अजित पवार की एनसीपी ने भी उनकी आलोचना की थी। अजित पवार ने कहा, शरद पवार को लेकर की गई सदाभाऊ खोट की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
इस तरह के घटिया बयानों का हम विरोध करते हैं और यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है।
मैं एनसीपी की तरफ से और खुद के तौर पर भी इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं। भविष्य में पवार साहेब के खिलाफ इस तरह के निजी हमले हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
एनसीपी नेता इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि शरद पवार के खिलाफ की गई ऐसी टिप्पणी से कहीं उनको संवेदना ना मिल जाए और उसका फायदा चुनाव मे भी मिले। लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने उन्हें ‘भटकती आत्मा’ कह दिया था।
इसके बाद भी एनसीपी नेता लांडे ने कहा था, किसी 84 साल के नेता के खिलाफ इस तरह के बयान उचित नहीं हैं।
जुलाई में गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार को भ्रष्टाचारा का रिंगमास्टर बता दिया था। इसके बाद भी पू्र्व विधायक लांडे ने आपत्ति जताई थी।
लांडे अजित पवार के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने राज्य में बीजेपी चीफ चंद्रशेखर बावनकुले को पत्र लिखा था और कहा था कि पार्टी को इस तरह की बयानबाजी से दूर रहने की जरूरत है।
पार्टी के सूत्रों का यह भी कहना है कि शरद पवार के खिलाफ ज्यादा बयानबाजी एनसीपी उम्मीदवारों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।