प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
गुरु नानक जयंती सिख धर्म का प्रमुख त्योहार है।
इसे गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व भी कहा जाता है। गुरु नानक जयंती हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। गुरु नानक जयंती दीवाली के 15 दिन बाद आती है।
गुरु नानक जी को सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के सबसे पहले गुरु थे। गुरु नानक जयंती पर सिख धर्म को मानने वाले लोग भजन-कीर्तन व लंगर आदि करवाते हैं।
इस दिन गुरुद्वारे में भक्ति व सेवा चलती रहती है। जानें कब है गुरु नानक जयंती-
गुरुनानक देव जी ने दिया इक ओंकार का नारा-सिखों के प्रथम गुरु नानक देव जी इक ओंकार का नारा दिया। जिसका अर्थ है ईश्वर एक है। इक ओंकार सिख धर्म क मूल दर्शन का प्रतीक है, जिसका अर्थ है परम शक्ति एक ही है।
गुरु नानक जी का जन्म कब हुआ- गुरु नानक देव का जन्म साल 1469 में हुआ था। पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट से प्रारंभ होगी और 16 नवंबर को सुबह 02 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी।
नानक देव की असली नाम नानक था। उनका उप नाम बाबा नानक था। नानक देव जी को मानने वाले उन्हें बाबा नानक, नानक देव या गुरु नानक देव कह कर संबोधित करते हैं।
गुरु नानक जी का संदेश-गुरु नानक जी का कहना था कि ईश्वर मनुष्य के हृदय में बसता है। गुरु नानक जी ने कहा था कभी भी किसी का हक नहीं छीनना चाहिए बल्कि मेहनत व ईमानदारी से जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।