खालिस्तानियों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए एक पुलिसकर्मी के खिलाफ कनाडा ने कार्रवाई की है।
खबर है कि वायरल वीडियो में पहचान की पुष्टि होने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिसकर्मी उस समूह में शामिल था, जिसने ब्रैम्पटन स्थित हिन्दू सभा मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया था। इस घटना के बाद से ही बवाल जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर आपत्ति जाहिर की है।
पील रीजनल पुलिस के अधिकारी की पहचान सार्जेंट हरिंदर सोही के तौर पर हुई है। वीडियो में उसे खालिस्तान का झंडा लिए हुए देखा गया था।
खबर है कि निलंबित होने के बाद से ही सोही को लगातार धमकियां मिल रही हैं, जिसके चलते उसे सुरक्षा दी गई है। सोही 18 साल से पुलिस सेवा में है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पील पुलिस के प्रवक्ता रिचर्ड चीन का कनहा है कि उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियोज की जानकारी है, जहां उनका एक ऑफ ड्यूटी अधिकारी प्रदर्शन में शामिल है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चिन ने कहा, ‘हमें वीडियो के बारे में जानकारी है, जिसमें हमारे ऑफ ड्यूटी अधिकारियों में से एक विरोध प्रदर्शन में शामिल नजर आ रहा है।
कम्युनिटी सेफ्टी एंड पुलिसिंग एक्ट के तहत इस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। हम इस वीडियो की जांच कर रहे हैं और जांच पूरी होने तक और जानकारी देने में असमर्थ हैं।’
हिन्दुओं के साथ मारपीट का वीडियो वायरल
कनाडाई पत्रकार डेनियल बोर्डमैन ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें भीड़ नारेबाजी कर रही है। साथ ही कुछ पुलिसकर्मी कुछ हिन्दुओं के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
बोर्डमैन ने लिखा, ‘पील रीजनस पुलिस ने सरी बीसी में हिन्दू श्रद्धालुओं पर उनके ही मंदिर की जमीन पर हमला करना शुरू कर दिया। देखें कैसे एक RCMP अधिकारी दिवाली पर मंदिर जाने वालों को तंग करने पहुंचे खालिस्तानियों को बचाने हिन्दू श्रद्धालुओं को पीछे धकेलने के बाद भीड़ में जाता है।’
उन्होंने लिखा, ‘हिन्दुओं को सिर में मुक्का मारे जाने और बैटन से पीटे जाने की घटना वीडियो में कैद हो गई।’
पीएम मोदी ने की घटना की निंदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कनाडा के ब्रैम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर में खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा की गई हिंसा और भारतीय राजनयिकों को डराने धमकाने की कड़ी निंदा की।
मोदी ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में लिखा, ‘मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं।
हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं।
हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे।’ मोदी ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि कनाडाई सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन कायम रखेगी।’