केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) अहम सहयोगी है।
टीडीपी की आंध्र प्रदेश यूनिट के उपाध्यक्ष नवाब जान ने कहा कि सबको मिलकर वक्फ संशोधन विधेयक को पारित होने से रोकना चाहिए।
नवाब जान ने नई दिल्ली में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से आयोजित ‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री व तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ऐसे इंसान हैं, जो मुसलमानों के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी विधेयक को पारित नहीं होने देंगे।
टीडीपी नेता ने दावा किया कि वक्फ संशोधन विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजना भी नायडू की वजह से मुमकिन हुआ।
उन्होंने फिलहाल इस विधेयक को पारित होने से रुकवा दिया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि नायडू ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि चाहे मुस्लिम संस्था हो, या हिंदू संस्था हो या फिर ईसाई संस्था हो, उसमें उसी धर्म के लोग होने चाहिए।
‘एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं’
नवाब जान ने कहा, ‘हम सब कुछ बर्दाश्त करेंगे, लेकिन देश की एकता को नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’
भारतीय जनता पार्टी के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है। सरकार को टीडीपी और जनता दल (यू) समेत अन्य दलों का समर्थन हासिल है।
वहीं, जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने चंद्रबाबू नायडू और जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार से इस मामले में मुसलमानों की भावनाओं पर ध्यान देने की गुजारिश की।
यह कहा गया कि एनडीए में शामिल जो दल खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं, उन्हें इस खतरनाक विधेयक के समर्थन से दूर रहना चाहिए।