प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि यानी दिवाली से अगले दिन को गोवर्धन पूजा करने का विधान है।
इस दिन घर आंगन में गोवर्धन जी बनाए जाते हैं और फिर उनकी विभिन्न चीजों से पूजा की जाती है।
इसे अन्नकूट भी कहा जाता है।
इस साल गोवर्धन पूजा 2 नवंबर शनिवार को की जा रही है। घर में गोवर्धन जितने दिनों तक विराजमान रहते हैं, उतने दिनों तक उन्हें सुबह शाम भोग लगाया जाता है और उनकी आरती की जाती है।
कई जगह गोवर्धन पूजा परिवार के पुरुष करते हैं।
किन चीजों का लगता है भोग
गोवर्धन जी को कड़ी चावल, कई सब्जियां मिलाकर अन्न कूट का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से गोवर्धन की पूजा करने से साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
क्या है शुभ मुहूर्त
01 नवंबर 2024, शुक्रवार की शाम 06 बजकर 16 मिनट से प्रतिपदा तिथि का समापन: 02 नवंबर 2024, शनिवार की रात 08 बजकर 21 मिनट तक
पूजा का शुभ मुहूर्त पूजा मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 34 मिनट से सुबह 08 बजकर 46 मिनट तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 09 मिनट से लेकर 02 बजकर 56 मिनट तक।
संध्याकाल मुहूर्त: दोपहर 03 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 35 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 06 बजकर 05 मिनट से लेकर 06 बजकर 30 मिनिट तक।
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