ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का हिब्रू भाषा का एक्स अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है।
यह ऐक्शन अकाउंट खोलने के एक दिन बाद ही लिया गया। अकाउंट सस्पेंड करने के साथ लिखे नोट में कहा गया है कि एक्स के नियमों को तोड़ने के चलते ऐसा किया गया है।
बताया जाता है कि इस अकाउंट के जरिए खामेनेई इजरायल के खिलाफ नफरत फैला रहा था। इस अकाउंट पर दो पोस्ट की गई हैं।
पहली पोस्ट में लिखा गया है कि दयालु अल्लाह के नाम पर। वहीं, दूसरी पोस्ट में ईरान पर हमले के लिए इजरायल पर निशाना साधा गया है।
अपने मेन ऐक्स अकाउंट पर भी खामेनेई अक्सर हिब्रू में पोस्ट करता है। इसमें वह इजरायल के खिलाफ सख्त भाषा का इस्तेमाल करता है।
खामेनेई ने कहा है कि ईरान पर इजरायल के हमले को न तो बहुत बढ़ा-चढ़ाकर देखा जाना चाहिए और न ही इसे कम करके बताया जाना चाहिए। हालांकि खामेनेई ने इस हमले के बाद जवाबी कार्रवाई का आह्वान करने से परहेज किया।
उसने कहाकि इजरायली शासन की गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए। उन्हें ईरानी राष्ट्र और उसके युवाओं की ताकत एवं इच्छाशक्ति के बारे में समझाना जरूरी है।
खामेनेई ने कहा कि यह तय करना प्राधिकारियों का काम है कि ईरानी लोगों की इच्छाशक्ति और ताकत के बारे में इजरायली शासन को कैसे समझाया जाए और इस राष्ट्र के हितों की पूर्ति करने वाली कार्रवाई कैसे की जाएग।
खामेनेई की टिप्पणियां संकेत देती हैं कि ईरान इस हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया पर सावधानीपूर्वक विचार कर रहा है।
ईरान की सेना पहले ही कह चुकी है कि गाजा पट्टी या लेबनान में संघर्ष विराम इजराइल पर किसी भी जवाबी हमले से बेहतर है लेकिन ईरानी अधिकारियों ने यह भी कहा है कि उनके पास जवाब देने का अधिकार है।