जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने संदिग्ध आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ किया है।
साथ ही, कुछ ग्रेनेड और बारूदी सुरंगों का पता लगाया गया।
सुरक्षा अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, मेंढर उपविभाग के बलनोई सेक्टर में तलाशी अभियान के दौरान इस ठिकाने का पता चला।
आतंकवादियों के इस ठिकाने से 2 हथगोले और 3 बारूदी सुरंगें जब्त की गईं। अभियान के दौरान कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि सेना के जवानों को मेंढर के मनकोट सेक्टर में जल बिंदु के पास गश्त के दौरान जंग लगा मोर्टार का गोला मिला। बाद में विशेषज्ञों की ओर से नियंत्रित विस्फोट द्वारा गोले को सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया गया।
सीमावर्ती जिले राजौरी में आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने रूपरेखा तैयार की है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रणदीप कुमार की अध्यक्षता में ‘सब्सिडिएरी मल्टी एजेंसी सेंटर’ की बैठक के दौरान यह चर्चा हुई।
उन्होंने बताया कि संयुक्त बैठक में सेना, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। एसएसपी कुमार ने प्रतिभागियों से राष्ट्र विरोधी तत्वों की गतिविधियों को निष्क्रिय करने के लिए समन्वय बनाए रखने पर जोर दिया।
उपद्रवियों पर कड़ी निगरानी रखने का दिशा-निर्देश
अधिकारी के अनुसार, बैठक में उपस्थित लोगों को उपद्रवियों और सोशल मीडिया मंचों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि यह बैठक सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने और राजौरी में सुरक्षा सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए बुलाई गई थी।
वहीं, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सीनियर अधिकारी ने कहा कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ रोधी ग्रिड बहुत मजबूत है। सुरक्षाबल सर्दियों के मौसम से पहले बढ़ने वाली घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम कर देंगे।
बीएसएफ, कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक अशोक यादव ने कहा, ‘घुसपैठ की कोशिशें सर्दियों से पहले बढ़ जाती हैं, लेकिन सेना के सहयोग से एलओसी ग्रिड बहुत मजबूत है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि घुसपैठ के किसी भी प्रयास को नाकाम कर दिया जाएगा।’