करीब 8 महीने अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताने के बाद 4 अंतरिक्ष यात्री शुक्रवार को धरती पर लौट आए।
बोइंग के कैप्सूल में खराबी आ जाने और तूफान मिल्टन की वजह से इन्हें स्पेस में ज्यादा समय बिताना पड़ा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सप्ताह के मध्य में रवाना होने के बाद ये स्पेस एक्स के कैप्सूल में लौटे।
ये अंतरिक्ष यात्री पैराशूट की मदद से फ्लोरिडा के तट के पास मैक्सिको की खाड़ी में उतरे। इन 3 अमेरिकी और 1 रूसी अंतरिक्ष यात्री को दो महीने पहले ही धरती पर लौटना था।
मगर, बोइंग के नए स्टारलाइनर अंतरिक्ष कैप्सूल में समस्या आ जाने के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।
सुरक्षा चिंताओं के कारण स्टारलाइनर अंतरिक्ष कैप्सूल खाली ही लौटा। इसके बाद तूफान मिल्टन की वजह से समुद्र में खराब हालात और तेज हवाओं के कारण भी उनकी वापसी में 2 सप्ताह की देरी हुई।
स्पेस एक्स ने मार्च में नासा के मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बैरेट और जीनेट एप्स और रूस के एलेक्जेंडर ग्रेबेंकिन को अंतरिक्ष भेजा था।
बैरेट ने अपने देश में मौजूद सहायता टीम की सराहना करते हुए कहा, ‘टीम ने हमारे साथ मिलकर फिर योजना बनाई, दोबारा उपकरण लगाए और सब कुछ फिर से किया। इन सभी चुनौतियों से निपटने में हमारी मदद की।’
सुनीता विलियम्स को कब तक करना होगा इंतजार
उनकी जगह पर गए स्टारलाइन के 2 अंतरिक्ष यात्री भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और टेस्ट पायलट बुच विल्मोर के मिशन में देरी हुई।
यह मिशन 8 दिनों से बढ़कर अब 8 महीने का हो गया है। तब से अब तक 100 दिन से अधिक बीत गए हैं और वे अंतरिक्ष में हैं।
नासा ने उन्हें लौटाने का प्लान बनाया है, इसके लिए स्पेसएक्स के ड्रैगन क्रू से मदद ली जाएगी। ऐसे में विलियम्स और विल्मोर को अभी और इंतजार करना होगा।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस एक्स की ड्रैगन क्रू-9 की उड़ान (फरवरी, 2025) से पहले वापस नहीं लाया जा सकेगा।
बता दें कि स्पेसएक्स ने 4 सप्ताह पहले दो और अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा था। ये सभी फरवरी तक वहीं रहेंगे।
अंतरिक्ष स्टेशन में कई महीनों तक क्षमता से अधिक क्रू सदस्यों के रहने के बाद अब वहां उसकी सामान्य क्षमता के अनुरूप 7 क्रू सदस्य हैं। इनमें चार अमेरिकी और तीन रूसी अंतरिक्ष यात्री हैं।