सूर्य- बुध युति: बुध और सूर्य एक साथ तुला राशि में, जानें ज्योतिर्विद से जनमानस पर प्रभाव…

प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):

हर ग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन करता है।

ग्रहों के गोचर से कई राशि एक ही राशि में कई ग्रहों की उपस्थिति हो जाती है।

इस समय तुला राशि में ग्रहों के राजा सूर्य व ग्रहों के राजकुमार बुध एक साथ विराजमान हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य व बुध के साथ तुला राशि में होने का प्रभाव मानव जीवन पर भी पड़ता है। जानें ज्योतिर्विद से सूर्य व बुध की तुला राशि में युति जनमानस के लिए शुभ या अशुभ-

सूर्य व बुध की युति का प्रभाव-

ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र उपाध्याय के अनुसार, सूर्य व बुध की तुला राशि में युति एक अच्छी युति कही जाएगी। सूर्य भले ही नीच अवस्था में हैं, लेकिन किसी तरह की कोई परेशानी वाली बात नहीं है।

सूर्य तुला राशि में नीच काल पुरूष का सप्तम भाव है। सूर्य का बुध के साथ होना जनमानस के लिए शुभ व लाभकारी परिणाम वाला सिद्ध होगा।

क्योंकि सूर्य बुध के साथ मित्र क्षेत्री हैं। जनमानस को किसी तरह की हानि का सामना नहीं करना पड़ेगा और शासन सत्ता पक्ष का लाभ मिलेगा। आर्थिक रूप से लोगों की स्थिति सुधरेगी। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा।

द्रिक पंचांग के अनुसार, 10 अक्टूबर को बुध ने तुला राशि में प्रवेश किया था और इस राशि में 29 अक्टूबर 2024 तक रहेंगे। बुध 29 अक्टूबर को रात 10:44 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

सूर्य का तुला गोचर 17 अक्टूबर को हुआ था और सूर्य 16 नवंबर को सुबह 07 बजकर 41 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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