जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में सुरंग के निर्माण में लगे गैरकश्मीरियों पर हमले में चीनी ऐंगल भी सामने आया है।
पाकिस्तान के आतंकी संगठन पीपल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने इस आतंकी हमले को स्ट्रैटजिक अटैक बताया है।
उसका कहना है कि जेड मोढ सुरंग बनाने में लगे मजदूरों पर हमला करना एक रणनीति का हिस्सा है। इससे पूर्वी सीमा पर भारत की सैन्य तैनाती प्रभावित होगी।
उसका कहना है कि यह हमला पाकिस्तानी सेना और उसके दोस्त चीन के हित में था।
पाकिस्तान और चीन सदाबहार दोस्त हैं और वे भारत के खिलाफ साजिश करने से नहीं चूकते। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि इस हमले में चीन के शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला है।
वहीं आतंकी संगठन PAFF पाकिस्तान के दोस्त चीन को अपने शब्दों से लुभाना चाहता है और बताना चाहता है कि आतंकी चीन के लिए काम कर रहे हैं।
बता दें कि 12 महीने कश्मीर और लद्दाख के बीच संपर्क सुनिश्चित करने के लिसए श्रीनगर लेह हाइवे पर यह सुरंग बनाई जा रही है।
यूपी की एपीसीओ इन्फ्राटेक कंपनी सुरंग का निर्माण कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि नवंबर में ही सुरंग का उद्घाटन भी होना है। उद्घाटन की तारीख में भी कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
PAFF ने कहा, इस इलाके में सेना का यह प्रोजेक्ट मौत का कुआं है। इसलिए इससे बचना चाहिए। भारत के अधिकारियों का कहना है कि संवेदनशील इलाकों में इस तरह के प्रोजेक्ट डबल फायदा पहुंचाएंगे।
ऐसे में इस सुरंग को केवल मिलिट्री प्रोजेक्ट कहना गलत है। बता दें कि सोनमर्ग के गुंड इलाके में जेड मोड सुरंग के कैंपसाइट पर हले की जम्मेदारी लश्कर की ही एक आतंकी शाखा द रसिस्टेंट फ्रंट (TRF) ने ली है।
आतंकियों ने अचानक कैंपसाइट पर हमला करके एक डॉक्टर समेत सात लोगों को गोलियों से भून डाला था। इसमें कई लोग घायल हुए वहीं सात की मौत होगई। जानकारी के मुताबिक इस हमले में दो आतंकवादी शामिल थे।