रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वह यूक्रेन में युद्ध के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जताई गई चिंता को लेकर उनके आभारी हैं।
यहां मीडिया से बातचीत में जब उनसे पूछा गया कि क्या वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में भारत की भूमिका देखते हैं, तो उन्होंने मोदी के साथ अपनी बातचीत का जिक्र किया और उन्हें (मोदी को) अपना ‘मित्र’ बताया और कहा कि उनका देश इसके लिए आभारी है।
पुतिन ने कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समयसीमा निर्धारित करना कठिन है।
उन्होंने रूस को युद्ध में धकेलने के लिए अमेरिका और नाटो को दोषी ठहराया तथा कहा कि उनका देश विजयी होगा।
उन्होंने कहा कि रूसी सेना दुनिया की सबसे अधिक प्रभावी और उच्च तकनीक वाली सेनाओं में से एक बन गई है और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) “हमारे खिलाफ यह युद्ध लड़ते-लड़ते थक जाएगा।’’ कुछ सप्ताह पहले अपने वक्तव्य में पुतिन ने कहा था कि रूस इस मुद्दे पर भारत, चीन और ब्राजील के संपर्क में है।
इस दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि BRICS समूह पश्चिमी देशों के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसके आकार और तेजी से हो रहे विकास के कारण आने वाले वर्षों में यह वैश्विक आर्थिक विकास का प्रमुख स्रोत बनेगा।
उन्होंने कहा, “BRICS का उद्देश्य कभी किसी के खिलाफ नहीं था। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि BRICS एक गैर-पश्चिमी समूह है, न कि एक पश्चिम विरोधी समूह।”
यूक्रेन संघर्ष पर पुतिन ने कहा, “रूस इसे शांति से हल करने में रुचि रखता है। हमने वार्ता बंद नहीं की, बल्कि यूक्रेनी पक्ष ने ऐसा किया।”
पुतिन ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार इस मुद्दे को उनके साथ होने वाली बातचीत में उठाते हैं और रूस उनके इस चिंता की सराहना करता है। पुतिन ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत के दौरान हर बार वह इस मामले को उठाते हैं और अपने विचार व्यक्त करते हैं। हम उनके इस प्रयास के लिए आभारी हैं।”
जब पुतिन से पूछा गया कि क्या रूस BRICS सदस्य देशों के लिए फिल्म निर्माण के क्षेत्र में प्रोत्साहन देगा, तो उन्होंने भारतीय फिल्मों की रूस में लोकप्रियता का जिक्र किया।
पुतिन ने बताया कि रूस में एक टीवी चैनल ऐसा है जो केवल भारतीय फिल्मों को ही दिखाता है।
उन्होंने कहा, “हमारे पास भारतीय फिल्मों को समर्पित एक टीवी चैनल है और हम BRICS फिल्म महोत्सव भी आयोजित करते हैं। यदि भारतीय फिल्म निर्माता रुचि रखते हैं, तो हम रूस में उन्हें बढ़ावा देने के लिए साझा आधार खोज सकते हैं।”