सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक – छत्तीसगढ़):
धमतरी- भाजपा पार्षद विजय मोटवानी द्वारा महापौर विजय देवांगन को चुनौती दिए जाने के बाद अब कांग्रेस पार्षद राजेश ठाकुर, केंद्र कुमार पेंदरिया, दीपक सोनकर, कमलेश सोनकर, राजेश पांडे, सूरज गहरवाल, सोमेश मेश्राम ने कहा कि निगम के पार्षद जो निर्वाचित होते हैं उन्हें नगर निगम में अपनी बात रखनी चाहिए, नगर निगम के महापौर, सभापति कमिश्नर प्रतिदिन नगर निगम में समस्या सुनने के लिए उपलब्ध रहते हैं,
भाजपा के पार्षदों को भी ये सुविधा उपलब्ध है जिसके जरिए भाजपा के अधिकतर पार्षदों ने पिछले पांच वर्षो से अपने जन समस्याओं को रखते आए है और उनकी समस्याओं का निराकरण किया गया है।
सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष को चाहिए कि वो सत्ता पक्ष से सवाल करे और सत्तापक्ष जवाब दे लेकिन बैठक में विपक्ष कैमरे के सामने अपनी राजनीति चमकाने, केवल हल्ला गुल्ला कर बैठक के उद्देश्य को खत्म कर देते है।
हमारे महापौर उनके सवालों का जवाब देने हमेशा तैयार रहे है किन्तु विपक्ष के पास कोई मुद्दा या विजन नही रहता।
हमारे महापौर व हम सभी पार्षद प्रत्येक वर्ष हमारे द्वारा किए विकास कार्यों का ब्यौरा शहर के नागरिकों को देते रहे है और आगे भी देते रहेंगे। लेकिन एक पार्षद जो ओबीसी के हक को छीनकर फर्जी तरीके से पार्षद बना उनके सवालों का जवाब देना हम जरूरी नहीं समझते।
विपक्ष के जिम्मेदार लोगो द्वारा शासन के आते ही पिछली सरकार के 5 करोड़ के शहर विकास के कार्यों को इनके द्वारा रोका जाता है जिसमे प्रमुख रूप से बठेना से हरफतराई तक रोड निर्माण कार्य, विभिन्न मुक्तिधाम के विकास कार्य, एवम विभिन्न वार्डो के विकास कार्य शामिल है, अब इनके द्वारा 6 करोड़ के 123 कार्यों के पास हो जाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, पहले भी 12 करोड़ के कार्यों के पास हो जाने का हल्ला किया था। लिस्ट में अधिकांश कार्य भाजपा पार्षदों के वार्डो के कार्य है क्या इसी प्रकार का भेदभाव पूर्ण कार्य इनके द्वारा किया जायेगा?
हमारे द्वारा जो पिछले पांच वर्षो में विकास कार्य किए गए है वे सभी 40 वार्डो के लिए थे किसी प्रकार का भेदभाव नही किया गया है भाजपा की सरकार आते ही विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है क्या यही इनका शहर विजन है?