प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
अक्टूबर माह के इस सप्ताह में कई त्योहार मनाए जाएंगे।
साथ ही कई महत्वपूर्ण ग्रह राशि और नक्षत्र परिवर्तन भी करेंगे। 11 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी-दुर्गा नवमी से सप्ताह की शुरुआत होगी।
इस दिन देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से नकारात्मक शक्तियों पर विजयी हासिल होती है। इस वीक अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व विजयादशमी भी मनाया जाएगा।
सके अलावा शरद पूर्णिमा का त्योहार भी बेहद खास रहने वाला है। इस दिन आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
इसके अलावा इस वीक शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके प्रभाव से रिश्तों में प्यार और रोमांस बढ़ेगा। सूर्य के तुला राशि में प्रवेश से निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होगी।
आइए एस्ट्रोलॉजर नीरज धनखेर से जानते हैं इस सप्ताह का पंचांग…
इस सप्ताह शुभ मुहूर्त : वैदिक ज्योतिष में शुभ-अशुभ मुहूर्त को देखकर ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत की जाती है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं और हर कार्य के शुभ परिणाम मिलते हैं। वहीं, अशुभ मुहूर्त में धर्म-कर्म समेत किसी भी महत्वपूर्ण कार्यों की शुरुआत करने की मनाही होती है।
गृह-प्रवेश मुहूर्त : इस सप्ताह गृह प्रवेश का भी कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
प्रॉपर्टी खरीदने का मुहूर्त : इस सप्ताह 1 दिन प्रॉपर्टी खरीदने का मुहूर्त है। 17 अक्टूबर दिन गुरुवार को सुबह 06 बजकर 23 मिनट से लेकर शाम 04 बजकर 20 मिनट तक प्रॉपर्टी खरीदने का शुभ समय है।
वाहन खरीदने का मुहूर्त : इस सप्ताह वाहन खरीदने का 4 शुभ मुहूर्त बन रहा है। 13 अक्टूबर 2024 को सुबह 06 बजकर 21 मिनट से लेकर 14 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 21 मिनट तक वाहन खरीद सकते हैं। इसके अलावाल 16 अक्टूबर को रात 08 बजकर 40 मिनट से लेकर 17 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 23 मिनट तक वाहन की खरीदारी का उत्तम मुहूर्त है। वहीं 17 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 23 मिनट से शाम 04 बजकर 20 मिनट तक वाहन खरीद सकते हैं।
ग्रहों का गोचर : वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का राशि और नक्षत्र परिवर्तन होना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है इसस् मेष से लेकर मीन तक सभी राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
शुक्र गोचर : 13 अक्टूबर 2024 दिन रविवार को को सुबह 06 बजकर 08 मिनट पर शुक्र ग्रह तुला राशि में प्रवेश करेंगे।
मंगल-गुरु का संयोग : 14 अक्टूबर दिन सोमवार को मंगल गुरु एक-दूसरे से 30 डिग्री पर मौजूद होंगे।
सूर्य-गुरु का संयोग : 14 अक्टूबर 2024 दिन सोमवार को सूर्य-गुरु एक-दूसरे से 120 डिग्री पर मौजूद होंगे।
बुध नक्षत्र गोचर :14 अक्टूबर 2024 दिन सोमवार को बुध ग्रह स्वाति नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
शुक्र नक्षत्र गोचर : 16 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को सुबह 12 बजकर 12 मिनट पर शुक्र ग्रह अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
सूर्य गोचर : 17 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 52 मिनट पर सूर्यदेव तुला राशि में गोचर करेंगे।
इस सप्ताह के त्योहार :
दुर्गा अष्टमी 2024(11 अक्टूबर 2024, शुक्रवार) :11 अक्टूबर 2024 दिन शुक्रवार को दुर्गा अष्टमी मनाया जाता है। इस दिन देवी दुर्गा के मां महागौरी स्वरूप की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि मां महागौरी की पूजा करने से बुरी शक्तियों पर विजयी हासिल होती है। जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
महा नवमी (11 अक्टूबर 2024, शुक्रवार ) : इस साल 11 अक्टूबर 2024 दिन शुक्रवार को महानवमी भी है। नवरात्रि का नौवां दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप को समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि सिद्धिदात्री माता की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सरस्वती विसर्जन (12 अक्टूबर 2024, शनिवार):12 अक्टूबर दिन शनिवार को सरस्वती विसर्जन है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना के बाद उनकी मूर्ति विसर्जित की जाती है। मान्यता है सरस्वती मां के पूजन से सालभर बुद्धि,विवेक और ज्ञान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दुर्गा विसर्जन (12 अक्टूबर 2024, शनिवार): 12 अक्टूबर दिन शनिवार को देवी दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। इस दिन सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए देवी भगवती की पूजा-उपासना की जाती है।
विजयादशमी (12 अक्टूबर 2024, शनिवार): विजयादशमी को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस साल 12 अक्टूबर को विजयादशमी है। इस दिन देवी दुर्गा ने नौ दिनों के युद्ध के बाद महिषासुर नामक राक्षस का वध किया था। वहीं, प्रभु श्रीराम ने लंकापति रावण को युद्ध में पराजित किया था।। इस दिन पूजा-आराधना से साधक के जीवन के सबी दुख-कष्ट दूर होते हैं।
शरद पूर्णिमा 2024 (16 अक्टूबर 2024, बुधवार) : 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। प्रत्येक वर्ष अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा मनाया जाता है। इस दिन कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा-आराधना की जाती है और उन्हें खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
तुला संक्रांति 2024( 17 अक्टूबर 2024, गुरुवार) :17 अक्टूबर 2024 को तुला संक्रांति है। जब सूर्यदेव कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करते हैं, तो तुला इस दिन तुला संक्रांति कहा जाता है। इस दिन पूजा-आराधना के साथ दान-पुण्य के कार्य शुभ माने जाते हैं।
इस सप्ताह का अशुभ मुहूर्त :
11 अक्टूबर 2024: 10:41 एएम से 12:07 पीएम
12 अक्टूबर 2024: 09:14 एएम से 10:40 एएम
13 अक्टूबर 2024: 04:27 पीएम से 05:53 पीएम
14 अक्टूबर 2024: 07:48 एएम से 09:14 एएम
15 अक्टूबर 2024: 02:59 पीएम से 04:25 पीएम
16 अक्टूबर 2024: 12:06 पीएम से 01:32 पीएम
17 अक्टूबर 2024: 01:32 पीएम से 02:58 पीएम