राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के द्वारा विजयादशमी के मौके पर पथ संचालन का कार्यक्रम किया जाता है।
इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। जयपुर में भी इसको लेकर तैयारी हो रही है।
त्रिवेणी नगर स्थित सामुदायिक केंद्र में स्वयंसेवक इकट्ठा हुए और इसका अभ्यास किया।
इस दौरान आरएसएस नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जाति व्यवस्था को लेकर बड़ी बात कही है।
सुरेश भैयाजी ने कहा, “जाति का निर्धारण जन्म के आधार पर होता है। क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? क्या 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं? क्या देश के अलग-अलग हिस्सों में 51 शक्तिपीठ किसी जाति के हैं? जो लोग खुद को हिंदू मानते हैं और देश के सभी हिस्सों में रहते हैं । वे इन सभी को अपना मानते हैं। फिर विभाजन कहां है?”
उन्होंने आगे कहा, ”जिस तरह से राज्यों की सीमाएं हमारे बीच कोई विभाजन पैदा नहीं कर सकती हैं, उसी तरह जन्म के आधार पर मिलने वाली चीजें हमें विभाजित नहीं कर सकती हैं। अगर कोई गलत धारणा है, तो उसे बदलना होगा। अगर कोई भ्रम या बेकार का अहंकार है तो उसे खत्म करना होगा।”