हिजबुल्ला के कार्यकारी नेता शेख नईम कासिम ने धमकी दी है कि इजरायल के और नागरिकों को विस्थापित होना पड़ेगा क्योंकि उसका समूह इजरायल के भीतरी इलाकों को निशाना बनाते हुए रॉकेट दाग रहा है।
कासिम ने मंगलवार को टेलीविजन पर एक बयान जारी किया। कासिम ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब हिजबुल्ला द्वारा इजरायल को निशाना बनाते हुए किए जा रहे हमलों को आज एक वर्ष पूरा हो गया है।
हिजबुल्ला ने आठ अक्टूबर, 2023 को उत्तरी इजरायल में रॉकेट दागना शुरू किया था।
कासिम ने कहा कि उसके समूह की सैन्य क्षमताएं अभी भी बरकरार हैं और उसने लेबनान के एक बड़े हिस्से पर कई सप्ताह तक इजरायल के हवाई हमलों के बाद अपने वरिष्ठ कमांडरों की जगह नए कमांडर नियुक्त कर दिए हैं। इजरायल के इन हमलों में लेबनान के शीर्ष कमान के अधिकांश सदस्य मारे गए थे।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले सप्ताह लेबनान में जमीनी अभियान शुरू करने के बाद इजरायली सेना आगे नहीं बढ़ पाई है।
इजरायली सेना ने कहा है कि अब चौथी डिवीजन जमीनी अभियान में हिस्सा ले रही है, जो पश्चिम की ओर फैल गया है। हालांकि अभियान अभी भी सीमा के साथ लगी एक संकरी पट्टी तक ही सीमित नजर आ रहा है।
इजरायली सेना का कहना है कि उसने सीमा पर आतंकवादी ढांचे को नष्ट कर दिया है और हिजबुल्ला के सैकड़ों लड़ाकों को मार गिराया है।
मंगलवार को उसने कहा कि बेरूत में एक हमले में सुहैल हुसैनी मारा गया। इजरायली सेना ने हुसैनी को हिजबुल्ला समूह के रसद, बजट और प्रबंधन की देखरेख करने वाला एक वरिष्ठ कमांडर बताया।
हिजबुल्ला की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई, तथा दोनों पक्षों द्वारा युद्ध को लेकर किये गए दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करने का कोई तरीका नहीं है।
कासिम ने एक वीडियो संबोधन में कहा, ‘हम सैकड़ों रॉकेट और दर्जनों ड्रोन दाग रहे हैं। बड़ी संख्या में बस्तियां और शहर हमारी जवाबी कार्रवाई के निशाने पर हैं। हमारी क्षमताएं मजबूत हैं और हमारे लड़ाके अग्रिम मोर्चे पर तैनात हैं।’
उन्होंने कहा कि हिजबुल्ला का शीर्ष नेतृत्व युद्ध की रणनीति तय कर रहा है और इजरायली हमले में जो कमांडर मारे गए हैं, उनकी जगह नए कमांडर नियुक्त कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे यहां कोई पद रिक्त नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि हसन नसरल्लाह की जगह लेने के लिए हिजबुल्ला एक नए नेता का नाम तय करेगा, ‘‘हालांकि युद्ध के कारण परिस्थितियां कठिन हैं।’’ हसन नसरल्लाह पिछले महीने बेरूत में एक भूमिगत अड्डे में इजरायली हवाई हमले में मारा गया था। इजरायली सेना ने कहा कि मंगलवार को लेबनान से उत्तरी इजरायल की ओर 85 मिसाइल दागी गईं।
इजरायली सेना ने कहा कि इजरायल की हवाई रक्षा ने अधिकांश रॉकेट को नष्ट कर दिया। 70 वर्षीय एक महिला छर्रे लगने से मामूली रूप से घायल हो गई और इजरायली मीडिया ने तटीय शहर हाइफा के पास इमारतों को मामूली नुकसान पहुंचने की फुटेज प्रसारित की। इजरायली सेना ने यह भी कहा कि उसने दक्षिणी बेरूत उपनगरों में हिजबुल्ला के ठिकानों पर हमला किया, जिसे दहियाह के नाम से जाना जाता है, जहां समूह का मुख्यालय है।
हिजबुल्ला ने आठ अक्टूबर, 2023 को उत्तरी इजरायल में रॉकेट दागना शुरू किया था। उससे एक दिन पहले गाजा से इजरायल में हमास के आश्चर्यजनक हमले ने युद्ध को भड़का दिया था। हिजबुल्ला और हमास दोनों ईरान के सहयोगी हैं और हिजबुल्ला का कहना है कि उसके हमले का उद्देश्य फलस्तीनियों की सहायता करना है।
लेबनानी चरमपंथी समूह ने कहा है कि अगर गाजा में संघर्ष विराम होता है तो वह हमले रोक देगा, लेकिन उस मोर्चे पर महीनों के कूटनीतिक प्रयास बार-बार अवरूद्ध हुए हैं।
इजरायल ने हाल के हफ्तों में हिजबुल्ला के खिलाफ़ कई हमले किए हैं और कहा है कि वह तब तक लड़ता रहेगा जब तक कि हजारों विस्थापित इजरायली नागरिक उत्तर में अपने घरों को वापस नहीं लौट जाते। सितंबर के मध्य में शुरू हुई लड़ाई में लेबनान में 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं और 10 लाख से ज़्यादा लेबनानी विस्थापित हो गए हैं।
तब से, हिजबुल्ला रॉकेट से मध्य इजरायल को निशाना बना रहा, जिससे देश के वाणिज्यिक केंद्र तेल अवीव में हवाई हमले के सायरन बजने लगे हैं।
यमन में ईरान समर्थित हूथी विद्रोहियों ने भी मिसाइल दागी हैं जो मध्य इजरायल तक पहुंची हैं। अधिकांश मिसाइल को हवा में ही मार गिराया गया है या ये खुले क्षेत्रों में गिरी हैं। हालांकि इससे इजरायल में जीवन बाधित हुआ है, लेकिन कुछ लोग हताहत हुए हैं और संपत्ति को थोड़ा नुकसान हुआ है।
पिछले हफ़्ते ईरान ने इजरायल पर लगभग 180 बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं, जिसके बारे में उसने कहा कि यह नसरल्ला को मारने का जवाब था।
इजरायल ने मिसाइल हमले का जवाब देने की कसम खाई है, बिना यह बताए कि कब और कैसे। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन से मिलने के लिए इस सप्ताह वाशिंगटन में हैं।
अमेरिका के बाइडन प्रशासन का कहना है कि वह ईरान की परमाणु इकाइयों पर इजरायली हमले के खिलाफ है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और भी बढ़ सकता है।