प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित पर्व नवरात्रि की नवमी तिथि बहुत खास मानी गई है।
नवमी के दिन भक्त हवन-पूजन करने के साथ ही कन्या पूजन भी करते हैं। नवरात्रि की नवमी को मां दुर्गा के नवम स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।
इस साल नवरात्रि में तिथियों की वृद्धि व क्षय होने की वजह से अष्टमी व नवमी तिथि को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन है। जानें ज्योतिषाचार्य से नवरात्रि की नवमी कब है-
नवरात्रि की नवमी कब है 2024- शारदीय नवरात्रि की सप्तमी तिथि बुधवार, 9 अक्टूबर को सुबह 07:36 बजे से प्रारंभ हो चुकी है और इसका मान 10 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।
अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 29 मिनट से लगेगी और 11 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद सुबह 06 बजकर 52 मिनट तक रहेगी। उसके बाद नवमी तिथि लगेगी। इसके अगले दिन सुबह 05 बजकर 47 मिनट तक नवमी तिथि व्याप्त रहेगी।
उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पंडित दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार, 12 अक्टूबर को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक नवमी तिथि व्याप्त रहेगी।
इस प्रकार अष्टमी व नवमी का व्रत 11 अक्टूबर को किया जाएगा। पंडितजी के अनुसार, रात्रिकालीन अष्टमी तिथि की पूजा 10 अक्टूबर को महानिशा में की जाएगी।
नवमी तिथि को किया जाता है हवन व कन्या पूजन- नवरात्रि की नवमी को भक्त मां दुर्गा की पूजा करने के साथ ही हवन व कन्या पूजन भी करते हैं। जानें शुभ मुहूर्त-
11 अक्टूबर को हवन व कन्या पूजन के शुभ मुहूर्त-
चर – सामान्य: 06:19 ए एम से 07:46 ए एम
लाभ – उन्नति: 07:46 ए एम से 09:13 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम: 09:13 ए एम से 10:40 ए एम
शुभ – उत्तम: 12:07 पी एम से 01:34 पी एम