प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
इस बार नवरात्र में तिथियों के घटने बढ़ने के कारण अष्टमी और नवमी तिथि को लेकर कंफ्यूजन हो रहा है।
दरअसल इस साल अष्टमी और नवमी तिथि एक दिन पड़ने पर अष्टमी और नवमी एक दिन कर रहे हैं। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि 11 अक्तूबर को नवमी तिथि व्याप्त रहेगी।
इस प्रकार से महाअष्टमी व महानवमी दोनों का व्रत 11 अक्तूबर को किया जाएगा। कुछ लोग नवमी और दशहरा भी एक दिन कर रहे हैं, लेकिन कन्या पूजन के लिए 11 अक्टूबर का दिन उत्तम है।
इस दिन कन्या पूजन सुबह 5 बजे से 6.30 तक कर सकते हैं, इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त में भी कन्या पूजन किया जा सकता है।
इस साल नवरात्रि की तिथियों में घट-बढ़ रही हैं, इसलिए तिथियों में भेद हुआ है। 11 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी और दुर्गा नवमी एक ही दिन मनेगी। दरअसल तिथियों की तारीखों को लेकर पंचांग भेद भी हैं।
उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि इस प्रकार से महाअष्टमी व महानवमी दोनों का व्रत 11 अक्टूबर को किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रात्रिकालीन अष्टमी तिथि की पूजा 10 अक्टूबर को की जाएगी। पूर्ण नवरात्र व्रत का पारण 12 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन किया जाएगा। श्रवण नक्षत्र में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भी इसी दिन किया जाएगा।
दुर्गाष्टमी शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024
अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:31 बजे से शुरू होगी
अष्टमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:06 बजे समाप्त होगी
महानवमी शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024
नवमी तिथि प्रारंभ, 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:06 बजे से
नवमी तिथि12 अक्टूबर 2024 को सुबह 10:58 बजे समाप्त होगी, इसके बाद दशमी तिथि लग जाएगा, रावण दहन और दशहरा भी इसी दिन है। कन्या पूजन शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024