बेंगलुरु के महालक्ष्मी मर्डर केस को लेकर खुलासे जारी है। अब खबर है कि हत्या के आरोपी मुक्ति रंजन रॉय ने सुसाइड नोट में लिखा था कि अगर वह महिला की हत्या नहीं करता, तो वह उसकी हत्या कर देती।
दावा यह भी किया जा रहा है कि महालक्ष्मी ने रॉय की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने का भी प्लान बना लिया था। हालांकि, इसे लेकर पुलिस की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
पुलिस रॉय की लोकेशन ट्रेस करते हुए ओडिशा को भद्रक पहुंची थी। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी ने आत्महत्या कर ली थी।
तब शव के पास एक नोट बरामद हुआ था, जिसमें रॉय ने महालक्ष्मी के साथ अपने रिश्ते को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे। खबरें हैं कि आरोपी ने महिला की हत्या के बाद उसके 50 से ज्यादा टुकड़े कर दिए थे।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, रॉय ने नोट में स्वीकार किया था कि उसने 2-3 सितंबर की रात महिला की गला घोंट कर हत्या की थी।
आगे कहा गया है कि उसने अगली सुबह बाजार से एक धारदार हथियार खरीदा और वॉशरूम में शव के टुकड़े-टुकड़े कर उन्हें फ्रिज में रख दिया। रिपोर्ट में नोट के हवाले से बताया गया है कि इसके बाद रॉय ने ओडिशा भागने से पहले वॉशरूम को एसिड से साफ किया था।
नोट में यह भी दावा किया जा रहा है कि महिला उसे मारना चाहती थी और शव को ठिकाने लगाने के लिए काला सूटकेस भी खरीदा था। रिपोर्ट के अनुसार, महालक्ष्मी के घर पर फ्रिज के पास एक काला सूटकेस भी बरामद हुआ था।
रिपोर्ट के अनुसार, नोट में लिखा था, ‘उसका मकसद मुझे मारने के बाद मेरे शरीर के टुकड़े-टुकड़े करना, उन्हें सूटकेस में रखना और बाद में फेंकने का था।
अगर मैं उसे नहीं मारता, तो महालक्ष्मी मुझे मार देती और शव को ठिकाने लगा देती। मैंने उसे सेल्फ डिफेंस में मारा था।’ रॉय ने नोट में यह भी दावा किया है कि महिला उसपर लगातार शादी का दबाव बना रही थी। साथ ही उसकी मांगें पूरी नहीं होने पर उसके साथ मारपीट भी करती थी।
फिलहाल, पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी। जिस हथियार से रॉय ने वारदात को अंजाम दिया, उसका पता नहीं लग सका है। रिपोर्ट का कहना है कि एक छोटी सी दुकान चलाने वाली महिला को जब रॉय की तस्वीर दिखाई गई, तो उसने पहचान कर ली है।