हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर शनिवार को मतदान जारी है।
इस बीच, डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय ने अपने फॉलोअर्स से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील की है। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के 20 दिन की पैरोल पर रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आने के एक दिन बाद यह घोषणा हुई।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार देर रात सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में आयोजित सत्संग के दौरान अनुयायियों को यह संदेश दिया गया।
आमतौर पर फॉलोअर्स को निर्देश विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले सत्संग मंच से खुले तौर पर आते रहे हैं। हालांकि, इस बार यह निर्देश कुछ मौन तरीके से दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार सत्संग मंच से कोई घोषणा नहीं की गई। डेरे के पदाधिकारी खुले प्रांगण में गए और सभा में शामिल लोगों से भाजपा को वोट देने के लिए कहा।
एक पदाधिकारी ने ईटी को बताया, ‘हमने फॉलोअर्स से बूथ के पास सक्रिय रहने के लिए भी कहा है। हर फॉलोअर को अपनी कॉलोनी में रहने वाले 5 और मतदाताओं को वोट के लिए साथ लेकर जाना चाहिए।’
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 20 साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद से सिरसा मुख्यालय में सत्संग का माहौल बदल गया है।
सक्रिय राजनीतिक मामलों की समिति को भंग किया जा चुका है। अब उनके पदाधिकारी और अनुयायी सत्संग आयोजित कराते हैं।
खुले तौर पर करता रहा भाजपा का समर्थन
रिपोर्ट के मुताबिक, रिहाई के बाद गुरमीत राम रहीम अपने बागपत आश्रम में ठहरा हुआ है। उसने भाजपा को समर्थन देने का संदेश सिरसा में पदाधिकारी के जरिए पहुंचाया।
मालूम हो कि डेरा की ओर से बीजेपी को समर्थन कोई नई बात नहीं है। डेरा सच्चा सौदा के हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में दलितों के बीच बड़े पैमाने पर अनुयायी हैं। वे खुले तौर पर भाजपा का समर्थन करते रहे हैं।
बलात्कार मामले में दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह 20 दिन की पैरोल मिलने के बाद बुधवार को हरियाणा की रोहतक जेल से बाहर आया।
वह अपनी अस्थायी रिहाई के दौरान उत्तर प्रदेश के बागपत के बरनावा में डेरा आश्रम में रहेगा। इस अवधि के दौरान उसके चुनाव संबंधी गतिविधियों से हिस्सा लेने, भाषण देने और राज्य में रहने पर रोक है।
2 शिष्याओं से बलात्कार का दोषी
गुरमीत सिंह अपनी 2 शिष्याओं से बलात्कार के जुर्म में 2017 से 20 साल जेल की सजा काट रहा है। डेरा प्रमुख और तीन अन्य को 16 साल से भी अधिक समय पहले एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी 2019 में दोषी ठहराया गया था।
उसने 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले 20 दिन की पैरोल का अनुरोध किया था। पैरोल की शर्तों के अनुसार, डेरा प्रमुख चुनाव संबंधी किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं लेगा और न ही सार्वजनिक भाषण देगा।
इस अवधि के दौरान वह हरियाणा से बाहर रहेगा। डेरा प्रमुख ने कहा था कि अगर पैरोल मिलती है तो वह बागपत में रहना चाहेगा।
जेल विभाग ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता को देखते हुए हाल में डेरा प्रमुख की पैरोल याचिका को हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय को भेजा था।