भारत ने बंगलादेश सरकार से अपेक्षा की है कि वह अपने देश में दुर्गापूजा पंडालों पर हमले, तोड़फोड़ और हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर नाराजगी जताई है।
इस पर भारत ने मांग की है कि बांग्लादेश की सरकार कार्रवाई करे और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां नियमित ब्रीफिंग में इस बारे में कई सवालों के जवाब में कहा ”कई बार, उच्चतम स्तर पर भी हमने कहा है कि वहां (बंगलादेश में) अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की जानी चाहिए। हमारी अपेक्षा है कि वहां की सरकार अल्पसंख्यकों तथा दुर्गा पूजा पंडालों को सुरक्षा प्रदान करेगी। दुर्गा पूजा के दौरान होने वाली कोई भी घटना अच्छी नहीं है। दुर्गा पूजा एक शुभ संदेश देती है और मैं इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के बीच हुई बैठक पर भी चर्चा हुई थी। इस बैठक में सार्क को पुनर्जीवित करने पर जोर दिया गया था।
इस संबंध में जब भारत का मत पूछा गया तब जयसवाल ने कहा कि भारत क्षेत्रीय सहयोग को बहुत महत्व देता है और इसी कारण बिम्सटेक को प्रोत्साहित कर रहा है।
उन्होंने सार्क के ठहराव के लिए एक विशेष देश के रवैये को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर पाकिस्तान का नाम नहीं लिया।
इसके अलावा 15-16 अक्टूबर को पाकिस्तान में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की भागीदारी की पुष्टि की गई।
जयसवाल ने बताया कि पाकिस्तान के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी या नहीं, इस पर अभी कुछ तय नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से ऐसी कोई पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन अगर पाकिस्तान नेतृत्व की ओर से रुचि दिखाई गई तो उस पर विचार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि दिवंगत केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज 2015 में पाकिस्तान का दौरा करने वाली अंतिम भारतीय विदेश मंत्री थीं।