जापान के नए प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने बुधवार को कहा कि इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले किसी भी तरह से स्वीकार करने लायक नहीं हैं।
शिगेरू इशिबा ने युद्ध के खिलाफ चेतावनी भी दे दी है। संसद में मंगलवार को प्रधानमंत्री के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ फोन पर बातचीत की।
इसके बाद इशिबा ने यह टिप्पणी की है। गौरतलब है कि ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर कई मिसाइलें दागी हैं। इसके बाद अब इजरायल ने भी जवाब देने की कसम खाई है।
वहीं अमेरिका ढाल बनकर इजरायल के लिए खड़ा दिख रहा है। इन हमलों के बाद फुल स्केल वॉर की आशंका गहरा रही है।
बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जापान के प्रधानमंत्री ने कहा, “ईरान का हमला पूरी तरह अस्वीकार्य है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
साथ ही जापान और अमेरिका स्थिति को शांत करने और इसे पूर्ण युद्ध में बढ़ने से रोकने के लिए पूरा सहयोग करेंगे।” इस दौरान 67 वर्षीय पूर्व रक्षा मंत्री ने नाटो की तर्ज पर आपसी रक्षा के लिए एक क्षेत्रीय सैन्य गठबंधन बनाने का भी समर्थन किया है।
इशिबा ने कहा है कि उनके पहले फुमियो किशिदा की सरकार के दौरान जापान-अमेरिका रक्षा गठबंधन काफी मजबूत हुआ। इशिबा ने कहा कि उन्होंने बाइडेन से कहा कि वे उस नीति को विरासत में आगे बढ़ाएंगे और इसे और मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे।
इशिबा ने भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, और फिलीपींस का उल्लेख करते हुए कहा “मैंने बाइडेन कहा कि हम समान विचारधारा वाले देशों के नेटवर्क को भी मजबूत करना चाहेंगे।” जापान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने चीन, उत्तर कोरिया और यूक्रेन युद्ध से संबंधित मुद्दों पर सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है।
व्हाइट हाउस ने भी एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि बाइडेन ने शिगेरू को प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देने के लिए फोन किया था।
बयान में बताया गया, “राष्ट्रपति ने कहा कि वह अमेरिका-जापान वैश्विक साझेदारी को गहरा करने के लिए प्रधानमंत्री इशिबा के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।” इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी इशिबा को बधाई दी थी।