लेबनान में नसरल्लाह की लोकेशन का पता लगने के बाद इजरायल ने हफ्ते भर की प्लानिंग के बाद उसको निशाना बनाकर मार गिराया था।
हाल में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना को गाजा पट्टी में हमास प्रमुख याह्या सिनवार की लोकेशन का भी पता चल गया था लेकिन बंधकों की जान को बचाने के लिए उन्होंने उसकी हत्या करने की योजना को छोड़ दिया।
यह रिपोर्ट लेबनान में इजरायली सेना द्वारा हिजबुल्लाह और अन्य कमांडरो की हत्या के बाद सामने आई है।
इजरायली आउटलेट द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी और सेना को हमास चीफ याह्या सिनवार के गुप्त अड्डे के बारे में जानकारी मिल गई थी।
लेकिन हमला करने के फैसले को इस कारण से रोक दिया गया क्योंकि उस जगह के आसपास इजरायली बंधकों को भी रखा गया था। अगर सेना सिनवार पर हमला करती तो इसमें बंधकों की जान जाने का भी खतरा था।
हमास चीफ ने बंधकों को बनाया मानव ढाल- रिपोर्ट
हमास ने 7 अक्तूबर को इजरायल पर हमला करके करीब 12 सौ लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले के बाद हमास के आतंकवादी करीब 250 से अधिक लोगों को बंधक बना कर ले गए थे।
इन बंधकों में से करीब 150 लोग अभी भी हमास के पास बंधक बनकर रह रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हमास चीफ को भी अपनी हत्या का डर सता रहा है। इस लिए उसने अपने आप को बंधकों से घेर लिया है। वह लगातार बंधकों के आस पास ही रहता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व हमास चीफ की हत्या के बाद नए चीफ बने सिनवार गाजा में जमीन के नीचे बनी सुरंगों में छिपा हुआ है।
लेकिन इजरायल ने जैसे जमीन के नीचे बंकर को नष्ट करके नसरल्लाह की हत्या की वैसे वह हमास चीफ को भी मार सकता है लेकिन सिनवार ने बंधकों का इस्तेमाल मानव ढाल के रूप में किया है।
इजरायल लगातार हमास से अपने बंधकों को वापस करने के लिए कहा है लेकिन इनको अपने बड़े नेताओं की सुरक्षा गारंटी के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
पूरे गाजा पट्टी में फैला है हमास की सुरंगों का जाल
रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने गाजा के नीचे सुरंगों का एक विशाल नेटवर्क बनाया है। यह सुरंगे गाजा पट्टी में हमास के लिए एक भूमिगत आधार का काम करती हैं। इन सुरंगों का इस्तेमाल हमास द्वारा हथियार रखने, हमले शुरू करने, इजरायली हवाई हमले से अपने आप को बचाए रखने के लिए किया जाता है।
लगातार हवाई हमलों के जरिए इजरायल ने गाजा पट्टी में जमीन के ऊपर के बुनियादी ढांचे को बुरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इसलिए यह भूमिगत सुरंगे हमास के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक हमास के सुरंगों का यह नेटवर्क किसी भूलभुलैया से कम नहीं है। इन सुरंगों की लंबाई दिल्ली मेट्रो से के दोगुने से भी अधिक है।
इन सुरंगों का उपयोग हमास द्वारा बंधकों को छिपाने और इजरायली सेना के खिलाफ अपने अभियान को चलाए रखने के लिए किया जाता है।