पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की शुक्रवार को जांच की गई। तबीयत बिगड़ने के कारण वह मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
उनके इलाज के बारे में जानकारी साझा करते हुए कार्डियोलॉजी विभाग के निदेशक एवं प्रमुख डॉ. आरके जसवाल ने बताया है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिल से संबंधित कुछ टेस्ट किए गए हैं जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
डॉक्टर जसवाल के मुताबिक, मुख्यमंत्री की फेफड़ों की आर्टरी में दबाव बढ़ने से उनके हृदय पर दबाव पड़ा है। इसकी वजह से उनका रक्तचाप अनियमित हो गया है।
डॉ. जसवाल ने कहा कि हृदय परीक्षण और जांच के नतीजे आने के बाद ही डॉक्टरों की टीम आगे का फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि बहरहाल, मुख्यमंत्री पर इलाज का अच्छा असर हो रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही उनकी हालत में सुधार होगा।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने के चलते गुरुवार को मुख्यमंत्री मान को उपचार के लिए फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उनका उपचार जारी है।
17 सितंबर को चंडीगढ़ एयरपोर्ट बिगड़ी थी तबीयत
इससे पहले 17 सितंबर को भी भगवंत मान की तबीयत अचानक खराब हो गई थी, तब वह चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मौजूद थे। इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और फिर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बताया जा रहा है कि सीएम मान पेट के इन्फेक्शन से जूझ रहे हैं।
कांग्रेस और अकाली दल ने तब भी मुख्यमंत्री मान और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा था। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसका खंडन करते हुए कहा था कि अगर वह जूते बांधने के लिए जमीन पर भी बैठ जाएं तो उनके विरोधी कहेंगे कि वह गिर गए हैं।
मजीठिया ने जताई थी लिवर प्रत्यारोपण की आशंका
सीएम मान के स्वास्थ्य को लेकर पंजाब में सियासी बवाल भी मचा हुआ है। अकाली दल ने मुख्यमंत्री मान और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा था।
साथ ही मांग की कि वे उनके ठिकाने और बीमारियों के बारे में बताया जाए। शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक्स पर वीडियो जारी कर पंजाब सरकार और फोर्टिस अस्पताल से स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करने की मांग की है।
मजीठिया का कहना था कि मुख्यमंत्री मान लीवर की गंभीर बीमारी लीवर सिरोसिस से जूझ रहे हैं। मजीठिया ने 9 मिनट से अधिक का वीडियो जारी कर कहा कि आम आदमी पार्टी बता रही कि मुख्यमंत्री नियमित जांच के लिए गए हैं, जबकि यह पूरी तरह झूठ है।
उन्होंने सवाल उठाया कि नियमित जांच तो कुछ घंटों में हो जाती है, लेकिन यह रात से क्यों भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब की संवेदनशीलता को देखते हुए सीएम के स्वास्थ्य का हाल बताना जरूरी है।
मजीठिया ने मुख्यमंत्री को फेफड़े संबंधित बीमारी और लीवर प्रत्यारोपण की आशंका जताई है।