सऊदी अरब ने उमराह की आड़ में अपने देश में आने वाले पाकिस्तानी भिखारियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है।
सऊदी अरब ने साथ ही पाकिस्तान से उन्हें खाड़ी देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए कार्रवाई करने को कहा है। मीडिया में आई एक खबर में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के सूत्रों का हवाला देते हुए ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने अपनी खबर में बताया कि सऊदी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया तो इसका पाकिस्तान के उमराह और हज यात्रियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
खबर में कहा गया, ‘‘सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय को चेतावनी जारी की है, जिसमें उमराह वीजा के तहत पाकिस्तानी भिखारियों को खाड़ी देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।’’
इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने ‘‘उमराह अधिनियम’’ लाने का फैसला किया है, जिसका उद्देश्य उमराह की व्यवस्था करने वाली ट्रैवल एजेंसियों को विनियमित करना और उन्हें कानूनी निगरानी के तहत लाना है।
इससे पहले, सऊदी राजदूत नवाफ बिन सैद अहमद अल-मलिकी के साथ बैठक में गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि सऊदी अरब में भिखारियों को भेजने के लिए जिम्मेदार माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पाकिस्तानी भिखारी उमराह की आड़ में खाड़ी देश की यात्रा करते हैं। ज्यादातर लोग उमराह वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और फिर भीख मांगने से जुड़ी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं।