तीन दिनों की अमेरिकी यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया के लिए एआई का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है, जबकि मेरे लिए एआई का मतलब अमेरिका-इंडिया है।
यही दुनिया का एआई पावर है। यही एआई स्पिरिट भारत-अमेरिका के रिश्तों को नई ऊंचाई दे रहा है। मैं भारतीयों को सैल्यूट करता हूं।
मैं जहां भी जाता हूं, भारतीयों की तारीफ ही सुनता हूं। कल मुझे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपने घर ले गए थे, उनकी गर्मजोशी मेरे लिए दिल छू लेने वाला मूमेंट था। यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों का है, ये सम्मान आपका है।
भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है कि जो त्याग करते हैं, वे ही भोग पाते हैं। हम दूसरों का भला करके सुख पाते हैं और हम किसी भी देश में रहें, ये भावना नहीं बदलती है।
हम जिस सोसायटी में रहते हैं, वहां ज्यादा से ज्यादा योगदान करते हैं। अमेरिका में आपने डॉक्टर्स, रिसर्चर्स, टेक प्रोफेशनल्स, साइंटिस्ट के रूप में जो परचम लहराया हुआ है, वह इसी का प्रतीक है।
अभी कुछ समय पहले ही तो यहां टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप हुआ था और अमेरिका की टीम क्या गजब खेली। उस टीम में यहां रह रहे भारतीयों का जो योगदान था, उसे भी दुनिया ने देखा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत के लोगों को सिर्फ सड़क नहीं, एक्सप्रेस वे चाहिए, सिर्फ रेल कनेक्टिविटी नहीं, बल्कि हाईस्पीड ट्रेन चाहिए।
हर शहर की अपेक्षा है कि उसके यहां मेट्रो चले, अपना एयरपोर्ट हो। हर नागरिक चाहता है कि उसके यहां दुनिया की बेस्ट सुविधाएं हों। इसका नतीजा हम लोग देख रहे हैं कि 2014 में भारत के सिर्फ पांच शहरों में मेट्रो थी, आज 23 शहरों में मेट्रो है।
आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क भारत में है। इसका हर दिन विस्तार हो रहा है। 2014 में भारत के सिर्फ 70 शहरों में एयरपोर्ट्स थे, लेकिन आज 140 से ज्यादा शहरों में एयरपोर्ट्स हैं।
2014 में 100 से भी कम ग्राम पंचायतों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी थी, लेकिन आज दो लाख से भी ज्यादा पंचायतों में यह कनेक्टिविटी है।
‘अमेरिका से भी बड़ा हुआ भारत का 5जी मार्केट’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज भारत का 5जी मार्केट अमेरिका से भी बड़ा हो चुका है और ये दो साल के भीतर हुआ है। हमने मेड इन इंडिया टेक्नॉलोजी पर काम किया, सस्ते डेटा पर फोकस किया। दुनिया का हर बड़ा मोबाइल ब्रांड मेड इन इंडिया है।
आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्यूफैक्चरर है। एक जमाना था, जब हम मोबाइल इम्पोर्टर थे, आज हम मोबाइल एक्सपोर्टर बन गए हैं। अब भारत पीछे नहीं चलता, अब भारत नई व्यवस्थाएं बनाता है और नेतृत्व करता है।