प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय तीन दिनकी अमेरका यात्रा पर हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृह प्रांत डेलावेयर के विलमिंगटन में क्वाड सम्मेलन में शामिल हुए और इसके बाद न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो गए हैं।
न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में पीएम मोदी भारतीयों को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में लगभग 14 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।
आयोजन स्थल की तस्वीर ही साफ कर रही है कि इस कार्यक्रम को लेकर कितनी तैयारियां की गई हैं।
पीएम मोदी नाउस वेटरन्स मेमोरियम कोलिजियम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम का नाम ‘मोदी एंड यूएसः प्रोग्रेस टुगेदर’ नाम दिया गया है।
इस कार्यक्रमों के आयोजकों का कहना है कि यह प्रोग्राम अमेरिकी-भारतीय समुदाय की गर्मजोशी का प्रतीक है। अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों में भी कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साह है।
इस कार्यक्रम में करीब 13200 लोग शामिल होने जा रहे हैं जो कि भारत की विविधता के परिचायक बनेंगे। इस कार्यक्रम के 500 से ज्यादा वेलकम पार्टनर हैं।
इसके अलावा 500 कराकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम में लगभग 85 संस्थानों से 150 मीडिया पर्सन शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में भारत की कला और संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा।
आयोजन स्थल के बाहर भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें 117 कलाकार पर्फॉर्म करेंगे। कार्यक्रम में करीब 30 शास्त्रीय, लोक और फ्यूजन पर्फॉर्मेंस होंगे।
बता दें कि अमेरिका में करीब 51 लाख भारतीय समुदाय के लोग रहते हैं। इसमें से 70 फीसदी ग्रेजुएट हैं जो कि अमेरिका के राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुना है।
अमेरिका की कुल आबादी के 1.5 फीसदी होने के बाद भी भारतीय समुदाय के लोग 5 से 6 पर्सेंट टैक्स देते हैं।
अमेरिका पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका फिलाडेल्फिया हवाई अड्डे पर स्वागत किया था। उनके पहुंचने पर भारतीय परिधान में लोग स्वागत के लिए खड़े थे।
पीएम मोदी ने स्वागत करने आए लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने कई लोगों के साथ हाथ मिलाया और ऑटोग्राफ भी दिए।
वहीं डेलावेयर के विलमिंगटन में स्थित बाइडन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया और दोनों नेता एक दूसरे से गले मिले। इसके बाद बाइडन मोदी का हाथ पकड़कर उन्हें अपने घर के अंदर लेकर गए जहां द्विपक्षीय वार्ता हुई।