इजरायली सेना ने लेबनान स्थित हिजबुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाया है।
उसने इन हमलों को उस वक्त अंजाम दिया जब उसका नेता हसन नसरुल्ला समूह के अनुयायियों और लेबनानी लोगों को संबोधित कर रहा था।
नसरुल्ला का यह संबोधन देश में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोटों के बाद हुआ है। इन विस्फोटों में लेबनान में 37 लोग मारे गए हैं और करीब तीन हजार लोग घायल हो गए हैं।
बता दें कि अपने भाषण के दौरान नसरुल्ला ने यह स्वीकार किया है कि पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट से उसके संगठन को काफी नुकसान पहुंचा है।
साथ ही उसने इसे नरसंहार और ऐक्ट ऑफ वॉर बताते हुए, इजरायल को सजा देने की बात भी कही है। लेबनान में हुए धमाकों के बाद यह पहली बार था जब नसरुल्ला ने लोगों को संबोधित किया।
लेबनान की सरकारी मीडिया के मुताबिक हिजबुल्ला नेता के भाषण के दौरान इजरायल के युद्धक विमानों ने बेरुत के ऊपर से उड़ान भरी।
वहीं, इजरायली सेना ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आईडीएफ वर्तमान में हिजबुल्ला की आतंकी क्षमताओं और बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए उसके ठिकानों पर हमला कर रहा है।
सेना ने एक बयान में कहा कि हवाई हमलों में इजरायल की ओर दागे जाने के लिए तैयार सैकड़ों रॉकेट लॉन्चर बैरल के साथ करीब 100 लॉन्चर और आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया।
इजरायली सेना के मुताबिक दशकों से हिजबुल्ला ने लोगों के घरों को हथियार बनाया है। उनके नीचे सुरंगें खोदी हैं और नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया है।
इजरायल ने कहा कि हिजबुल्ला ने दक्षिणी लेबनान को युद्ध क्षेत्र में बदल दिया है।
इसके अलावा आईडीएफ ने बेघर हुए इजरायलियों से कहा है कि वह देश के उत्तरी इलाकों में आ जाएं। यह इलाका लेबनान के बॉर्डर से लगता है।
हालांकि नसरुल्ला ने अपने भाषण में कहा है कि बेघर इजरायली कभी वहां नहीं पहुंच पाएंगे। नसरुल्ला ने कहा कि कोई भले ही कितनी सेना बढ़ा ली जाए, कितनी हत्याएं हो जाएं, या पूरी तरह से युद्ध ही क्यों न छिड़ जाए।
इजरायली फिर से लेबनान सीमा पार अपने घर नहीं जा पाएंगे। इजरायल ने बाद में यह भी बताया कि लेबनान सीमा पर हिजबुल्ला के ताजा हमले में उसके दो सैनिक मारे गए हैं।
हिजबुल्ला नेता ने पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट को नरसंहार कहा है। नसरुल्ला ने कहा कि इसके लिए इजरायल को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।
हिजबुल्ला फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास का सहयोगी है। हमास और इजरायल के बीच इन गाजा में लड़ाई चल रही है। पिछले करीब एक साल में इजरायल का पूरा ध्यान हमासा शासित गाजा पर रहा है।
लेकिन अब उसकी सेनाएं उत्तरी सीमा पर हिजबुल्ला आतंकियों पर भी हमले कर रही हैं। इस दौरान लेबनान में भी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में हिजबुल्ला आतंकियों के होने का दावा किया जा रहा है।