आतंकियों और दुश्मनों से निपटने में इजरायल जितना इस्तेमाल सेना का करता है।
उतना ही प्रयोग तकनीक और खुफिया एजेंसी का भी रहता है। बीते करीब एक साल से इजरायल का संघर्ष हमास के साथ चल रहा है और लेबनान में सक्रिय उग्रवादी संगठन हिजबुल्लाह की ओर से भी हमले किए गए हैं।
इस बीच इजरायल ने हिजबुल्लाह पर चौंकाने वाला अटैक किया है। यह ऐसा अटैक था कि एक ही वक्त में पूरे लेबनान में हिजबुल्लाह वालों के पास जो पेजर थे, उनमें जोरदार धमाका हुआ। इन विस्फोटों में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 3 हजार लोग बुरी तरह से जख्मी हुए हैं।
इस अटैक ने लेबनान, हिजबुल्लाह ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया है। इसके अलावा इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने एक बार फिर से दुनिया को अपने प्रभुत्व से अवगत कराया है। अब तक इजरायल की ओर से इन पेजर विस्फोटों पर कुछ कहा नहीं गया है।
पेजरों में धमाके मंगलवार की दोपहर को शुरू हुए। लेबनान की राजधानी बेरूत समेत कई शहरों में पेजर फटने लगे। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोगों की जेबों में रखे पेजर फटने लगे और धुआं उठता दिखा। यह विस्फोट ऐसे थे कि जैसे किसी ने गोली मारी हो या फिर पटाखा दागा गया हो।
एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दिखता है कि एक शख्स के ट्राउजर की जेब में विस्फोट होता है। उस समय वह एक दुकान पर खड़ा होता है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक पहले धमाके के बाद पूरे लेबनान में करीब एक घंटे तक विस्फोट होते रहे। देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग अस्पतालों में पहुंचने लगे। इन सभी की एक ही शिकायत थी कि पेजर फटने से उनकी यह हालत हुई है। 9 लोग तो ऐसे थे, जिनकी पेजर ब्लास्ट में मौके पर ही मौत हो गई।
इजरायल ने कैसे कराया पेजरों में ब्लास्ट, क्या पता चला
अब तक विश्लेषक यह अनुमान ही लगा रहे हैं कि आखिर कैसे हिजबुल्लाह के पेजरों में अचानक से ब्लास्ट कराए गए। कुछ लोगों का कहना है कि इजरायली एजेंसी ने इन पेजरों को हैक कर लिया और इसके चलते बैटरीज को उस लेवल तक ले जाया गया कि वे ओवरहीट हो गईं और फिर डिवाइस ही फट गई।
वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग के दौरान ही खेल कर दिया गया। इसके तहत एक निश्चित मात्रा में इन पेजरों में विस्फोटक डाल दिया गया और फिर कोडेड मेसेज भेजकर सभी में एक साथ विस्फोट करा दिया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार इन पेजरों में लगभग तीन ग्राम विस्फोटक डाला गया था।
कैसे डिवाइस में इजरायल ने कर दिया ‘खेल’
माना जा रहा है कि इजरायल ने यह जानकारी जुटा ली थी कि हिजबुल्लाह पेजर ऑर्डर कर रहा है। इसके बाद उसने उनकी मैन्युफैक्चरिंग में ही छेड़छाड़ करा दी। एक सैन्य जानकार के अनुसार ऐसी डिवाइसेज में भी 15 से 20 ग्राम तक विस्फोटक छिपाया जा सकता है।
इसे एक फर्जी इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट के भीतर रखा जा सकता है। इसके बाद डिवाइस पर एक कोडेड मेसेज भेजकर विस्फोट कराया जा सकता है। इस घटना ने पूरी दुनिया में चिंता पैदा कर दी है। मोबाइल, टीवी जैसे तमाम गैजेट्स को लेकर भी लोगों में चिंता हो सकती है।
हमले के बाद क्या बोला लेबनान
अब तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है, लेकिन लेबनान के पीएम और हिजबुल्लाह ने इजरायल पर आरोप लगाया है।
पीएम नजीब मिकाती ने कहा कि ऐसे धमाके लेबनान की संप्रभुता पर हमला हैं। वहीं हिजबुल्लाह ने कहा कि हम इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार मानते हैं और उसे खामियाजा भुगतना होगा।
बता दें कि हमास की तरह ही हिजबुल्लाह भी ईरान समर्थित उग्रवादी संगठन है, जो लगातार इजरायल पर हमले कर रहा है। इसके चलते इजरायल को गाजा के अलावा लेबनान के मोर्चे पर भी संघर्ष करना पड़ रहा है।