चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए…

प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):

 साल का दूसरा व आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024,बुधवार को लगेगा।

हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, जिसके कारण सूतक काल का नियम देश में मान्य नहीं होगा। चंद्र ग्रहण का धार्मिक के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है।

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान शुभ कार्यों, देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं करना व पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए।

कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए। ग्रहण की अवधि में पेड़-पौधों में जल चढ़ाने, खाना खाने, बाहर जाने या सोने से बचना चाहिए।

ग्रहण के समय प्रेग्नेंट महिलाओं को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए। जानें चंद्र ग्रहण के दौरान कौन-सी सावधानियां बरतनी चाहिए-

चंद्र ग्रहण से पहले क्या करना चाहिए-

भारतीय संस्कृति के अनुसार, चंद्र ग्रहण को आमतौर पर नेगेटिव एनर्जी से जोड़ा जाता है, इसलिए इस धार्मिक घटना के दौरान खाने या पीने से बचना चाहिए।

चंद्र ग्रहण से पहले हल्का भोजन करना चाहिए। चंद्र ग्रहण से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता रखना चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद ही उसे हटाना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए-

कहा जाता है कि ग्रहण से नेगेटिव एनर्जी निकलती है, ऐसे में इस इस दौरान मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव प्रभावित नहीं करता है।

ग्रहण के समय मन ही मन अपने इष्ट देव का ध्यान करना चाहिए। इस अवधि में भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। मान्यता है कि ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए।

इस दौरान नुकीली या धारदार चीजों का प्रयोग करने से बचना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें-

ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना चाहिए। पूजा स्थल की साफ-सफाई करनी चाहिए। चंद्र ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। भगवान की पूजा करनी चाहिए।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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