चीन पर 75 साल बाद बड़ी आफत ने दस्तक दी है।
अब तक के सबसे शक्तिशाली चक्रवाती तूफान ‘बेबिनका’ ने सोमवार सुबह शंघाई में दस्तक दी। सवेरे-सवेरे तटीय इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश के बीच शी जिनपिंग सरकार ने सुरक्षा उपायों के तहत उड़ानें, राजमार्ग और रेल सेवाओं को बंद कर दिया है।
इससे पहले 1949 को तूफान के कारण देश के कई हिस्सों में भारी तबाही हुई थी। चीनी मौसम विभाग को अंदेशा है कि बेबिनका का कहर उससे भी खतरनाक हो सकता है।
आज शहर के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया है। शहर की 250 करोड़ की आबादी को घर के अंदर बने रहने और सावधान रहने की अपील की गई है।
सरकार के निर्देश पर चार आपातकालीन टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
चीनी सरकारी मीडिया के अनुसार, शंघाई में 75 वर्षों बाद सबसे शक्तिशाली तूफान बेबिनका ने सोमवार को दस्तक दे दी। शहर के अधिकारियों ने बताया कि रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है तथा तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
चीन मौसम विज्ञान प्रशासन ने बताया कि तूफान सोमवार सुबह शहर के पूर्व में पुडोंग के लिंगांग न्यू सिटी के तटीय क्षेत्र में पहुंचा।
75 साल बाद बड़ी आफत की दस्तक
तूफान बेबिनका के शंघाई पहुंचने के तुरंत बाद सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने कहा कि यह 1949 में आए तूफान के बाद शंघाई में आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान है। शहर के 250 करोड़ निवासियों को अपने घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है, तथा शंघाई के दो मुख्य हवाई अड्डों पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि नदी किनारे स्थित चोंगमिंग जिले से नौ हजार लोगों को भी रेस्क्यू किया गया है।
तटीय इलाकों में तबाही के मंजर
शंघाई के बाढ़ नियंत्रण मुख्यालय ने सीसीटीवी को बताया कि उन्हें तूफान से संबंधित घटनाओं की दर्जनों रिपोर्टें पहले ही प्राप्त हो चुकी हैं, जिनमें से अधिकतर गिरे हुए पेड़ और बिलबोर्ड हैं।
सीसीटीवी ने झेजियांग प्रांत के तट पर एक फुटेज प्रसारित किया, जहां ऊंची लहरें समुद्र तट पर टकरा रही थीं।