तेलंगाना पुलिस की महिला सुरक्षा विंग ने खैरताबाद बड़ा गणेश उत्सव के दौरान महिला श्रद्धालुओं से गलत हरकत करने के आरोप में कम से कम 285 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि ये लोग हैदराबाद पुराने शहर में होने वाले भव्य गणेश उत्सव के दौरान भीड़ में श्रद्धालुओं को परेशान कर रहे थे। इनमें से कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हुए पकड़े गए।
पुलिस ने बताया कि आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
हैदराबाद पुलिस ने लोगों से अपील की थी कि अगर भीड़ में या पूजा स्थल पर कोई भी संदिग्ध या फिर अश्लील हरकत करता है तो उसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी जाए।
बता दें कि तेलंगाना पुलिस में SHE डिविजन महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम करती है। गणेश उत्सव के दौरान महिला पुलिस की टीमों को तैनात किया गया था। पुलिस की यह शाखा भीड़भाड़ वाले इलाकों में शोहदों पर ऐक्शन लेती है।
बता दें कि खैरताबाद का गणेश उत्सव पूरे देश में फेमस है। यहां बड़ी संख्या में लोग गणेश उत्सव देखने पहुंचते हैं। यहां की गणेश उत्सव समिति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एस शंकरय्या ने स्थापित की थी।
बताया गया कि यहां देश की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित की गई थी। इस बार 66 दिनों में यह मूर्ति तैयार की गई थी। इसमें लगभग 85 लाख रुपये का खर्च आया है। मूर्ति का निर्माण मिट्टी से किया गया है।
बिहार के औरंगाबाद में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान तनाव
बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज इलाके में भगवान गणेश की प्रतिमा के विसर्जन की शोभायात्रा के दौरान एक समुदाय के लोगों ने दूसरे समुदाय के खिलाफ कथित तौर पर नारेबाजी की जिससे तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
औरंगाबाद सदर-द्वितीय के उप अनुभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अमित कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रण में किया और एहतियात के तौर पर इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि घटना के सिलसिले में 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और अब तक सात लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
कुमार ने कहा, ‘शुक्रवार रात भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन की शोभायात्रा में शामिल कुछ लोगों ने मुख्य बाजार के पास एक विशेष समुदाय के खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिया।’
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने दूसरे समुदाय के लोगों के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी कीं। इससे इलाके में तनाव पैदा हो गया। वहां पहले से तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला और स्थिति को नियंत्रण में किया।’