कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का दौर जारी है।
खबरें हैं कि पद की दावेदारी के लिए लगातार नेताओं का नाम जुड़ता जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस ने मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को बदले जाने के संबंध में अब तक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
खास बात है कि मुख्यमंत्री बनने में राज्य के विधायक ऐसे समय पर दिलचस्पी दिखा रहे हैं, जब पार्टी के नेताओं ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर चिंता जाहिर की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारों में नया नाम 93 साल के विधायक शमनुर शिवशंकरप्पा का है। उन्होंने कहा कि अगर हालात ऐसे बनते हैं, तो वह शीर्ष पद के लिए दावा पेश करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘यह आलाकमान का तरीका है कि जिसके पास जीतने वाले सबसे ज्यादा विधायकों का समर्थन होता है, वह मुख्यमंत्री बनता है। अगर ऐसी स्थिति बनी, तो मैं भी दावा पेश करूंगा। मैं पीछे नहीं हटूंगा।’
दरअसल, मौजूदा सीएम सिद्धारमैया MUDA घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इससे पहले भी कई नेता मुख्यमंत्री पद के लिए संकेत दे चुके हैं।
खास बात है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद सीएम पद के लिए कथित तौर पर खासी रस्साकशी हुई थी। उस दौरान सिद्धारमैया और मौजूदा उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करते देखा गया था।
और भी हैं दावेदार
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एमबी पाटिल, आरवी देशपांडे, गृहमंत्री जी परमेश्वरा और PWD मंत्री सतीश जरकिहोली ने संकेत दिए हैं कि अगर सिद्धारमैया पद छोड़ते हैं, तो उन्हें दावा पेश करने में दिलचस्पी है। इसके अलावा अटकलें डिप्टी सीएम शिवकुमार की भी हैं।
शिवानंद पाटिल जैसे कई नेता उनके नाम का समर्थन कर रहे हैं। हाल ही में शिवकुमार ने अमेरिका में राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी।
उन्होंने एक्स पर मुलाकात की तस्वीर भी साझा की थी। उन्होंने लिखा था, ‘अपनी पत्नी ऊषा के साथ वाशिंगटन डी.सी. में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिलकर बहुत अच्छा लगा।’
कांग्रेस नेताओं ने लिखा पत्र
कांग्रेस नेताओं के एक समूह ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनसे पार्टी के उन नेताओं और राज्य के मंत्रियों को चेतावनी देने को कहा है जो कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति में मुख्यमंत्री पद की आकांक्षा रखे हुए हैं।
पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में वर्तमान एवं पूर्व सांसद तथा कुछ पूर्व मंत्री शामिल हैं। उन्होंने गांधी से इस बारे में भी निर्देश जारी करने का आग्रह किया कि वे कांग्रेस और कर्नाटक के हित को ध्यान में रखते हुए भविष्य में कोई हानिकारक बयान न दें।