कांग्रेस नेता बजरंग पूनिया ने जंतर मंतर पर हुए प्रदर्शनों को लेकर बड़ा दावा किया है।
हाल ही में एक अखबार से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने ही उन्हें वहां विरोध प्रदर्शन की अनुमति दिलाई थी।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता ही अपनी पार्टी के खिलाफ साजिश कर रहे थे। हाल ही में पूनिया और पहलवान विनेश फोगाट ने कांग्रेस का दामन थामा है। फोगाट जुलाना सीट से मैदान में हैं।
ट्रिब्यून से बातचीत में पूनिया ने जंतर मंतर पर प्रदर्शनों को ‘कांग्रेस की साजिश’ होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा, ‘मेरे दावों को साबित करने के लिए आधिकारिक रिकॉर्ड भी हैं।
आरोपों के विपरीत कि पहलवानों के प्रदर्शनों के पीछे कांग्रेस ही थी, इसके पीछे भाजपा नेता थे जो अपनी ही पार्टी के खिलाफ साजिश कर रहे थे। उनके दो नेताओं ने उस जगह पर विरोध प्रदर्शन के लिए हमें अनुमति दिलाई थी।’
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को लेकर उन्होंने कहा, ‘अब वह हमारे लिए अप्रासंगिक हैं। हां, पहलवानों के साथ जो भी जंतर मंतर पर हुआ, वो राज्य और देश में बड़ा चुनावी मुद्दा है, क्योंकि हर घर में हमारी बहनें और बेटियां हैं।
भाजपा शरण को बचाने के कारण भुगत रही है, लेकिन जनता सच जानती है। सभी की नजरें जुलाना और अन्याय की आवाज को सड़कों से विधानसभा तक पहुंचाने के लिए विनेश को जीत दिलानी होगी।’
दोनों क्यों नहीं लड़े चुनाव
अखबार से बातचीत में पूनिया ने कहा कि दोनों ने पहले ही तय कर लिया था कि कोई एक ही चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘हम दोनों में से विनेश स्वभाविक विकल्प थी, क्योंकि लड़कियों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर आगे बढ़ रहे थे, जो चुप रहकर सबकुछ झेलने के लिए मजबूर हैं।’
कांग्रेस ने पूनिया को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। उनका कहना है कि पार्टी की तरफ से मिली हुई जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाएंगे।