बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार हटने के बाद से ही अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं।
वहीं अंतरिम सरकार के मुखिया इसका ठीकरा मीडिया पर फोड़ रहे हैं।
उनका कहना है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है जबकि वास्तविकता इससे अलग है। अब बांग्लादेश में एक ऐसी घटना सामने आई है जो कि कट्टरपंथी ताकतों की मनमानी की गवाही देती हैं।
बांग्लादेश में उत्सव मंडल नाम के एक बंगाली हिंदू पर ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने हमला कर दिया और बुरी तरह पिटाई की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पभी वायरल होने लगा।
जानकारी के मुताबिक हिंदू युवक पर हमला करने वाले पुलिस थाने तक पहुंच गए और उसे 10 मिटन के लिए सौंपने की मांग करने लगे।
वीडियो में एक शख्स कह रहा है, पुलिस भी तुम्हें नहीं बचा पाएगी। इसके अलावा एक अन्य वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें खून से सना एक शख्स पड़ा है। बताया जा रहा है कि यह उत्सव मंडल का पिटाई के बाद का वीडियो है।
जानकारी के मुताबिक खुलना के रहने वाले उत्सव मंडल की पुलिस के सामने ही भीड़ ने पिटाई की। पहले उसे मृत घोषित कर दिया गया लेकिन बाद में बांग्लादेश आर्मी के आईएसपीआर ने बताया कि वह जिंदा है और अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ISPR ने अपने बयान में कहा कि उत्व को कानूनी एजेंसियों को सौंप दिया जाएगा। उसपर ईशनिंदा का केस भी दर्ज किया गया है।
आर्मी का कहना है कि भीड़ ने युवक पर हमला किया था लेकिन आर्मी ने उसे बचा लिया। बता दें कि हिंदू युवक पर पहले ही ईशनिंदा के आरोप लगे थे।
उसपर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप था। आईएसपीआर ने यह भी कहा है कि ईशनिंदा के कथित आरोपों के लिए मंडल पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक मंडल आजम खान गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज खुलना का छात्र है। आरोप है कि उसने फेसबुक पोस्ट पर पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।