प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
कहते हैं कि अगर व्यक्ति का समय अच्छा चल रहा होता है, तो वह रंक से राजा भी बन जाता है।
लेकिन अगर समय खराब हो तो उसे बर्बाद होने में देर नहीं लगती है। हिंदू धर्म में कुछ वास्तु उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जानें किन वास्तु उपायों को करने से नेगेटिव एनर्जी दूर होगी-
1. आप उन्हें ईशान कोण के शयन कक्ष में सुलाएं। उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा। पूर्णिमा की रात को एक बोतल में पानी भरकर चंद्रमा की रोशनी में रखें।
उस पानी को अपनी माता जी को पिलाएं तथा स्नान भी कराएं। उनके कमरे में लैवेंडर की सुगंध करें। उनके कमरे की पूर्व दिशा की खिड़की यथासंभव खुली रखें।
2. वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू रखने का स्थान होता है। यह बहुत महत्त्वपूर्ण है। ईशान कोण में झाड़ू रखने से मानसिक अशांति होती है।
अग्नि कोण में झाड़ू रखने से धन हानि होती है तथा बरकत भी प्रभावित होती है। दक्षिण-पश्चिम में झाड़ू रखने से व्यावसायिक स्थिति प्रभावित होती है तथा संबंधों पर असर पड़ता है।
3. झाड़ू रखने की सबसे अच्छी दिशा पश्चिम, उत्तर-पश्चिम दिशा है। झाड़ू हमेशा लिटा कर रखनी चाहिए। खड़ी कभी नहीं रखें।
4. घर के मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल होना अच्छा नहीं होता। यह सकारात्मक ऊर्जा को अंदर आने में बाधा उत्पन्न करता है। इससे घर में नकारात्मकता बढ़ती है।
5. अगर किसी कारणवश मुख्य द्वार से जूते-चप्पल हटाना संभव नहीं हो तो आप एक शू रैक बनवा लें। शू रैक पूरी बंद होनी चाहिए। उसके ऊपर कुछ सजावटी वस्तुएं रखें ताकि वह आपको पॉजिटिव फील दे। उसके ऊपर कुछ पौधे भी रख सकते हैं। ध्यान रखें कि जूते-चप्पल रैक के अंदर ही रहें। बाहर न हों।
6. घर में बिना चाबी के ताले तथा बिना तालों की चाबियां हों, तो उन्हें हटा देना चाहिए वरना बाधाएं आती रहेंगी। पुराने पेन, टीवी, घड़ी, लोहा आदि हटा दें।
छत पर रखा हुआ कबाड़, लकड़ी आदि तनाव व अड़चन देते हैं। उसे तुरंत हटाएं। सोते समय सिरहाने पानी की बोतल आदि न रखें। इससे मानसिक परेशानी आती है।