मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले के ग्राम केंदुडीही पहुंचकर वहां केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल उरांव की धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती झिंगिया उरांव के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए ।
उन्होंने स्वर्गीय श्रीमती झिंगिया उरांव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री साय ने जुएल उरांव और उनके परिजनों से मिलकर शोक संवेदना प्रकट की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जब वर्ष 1999 में प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने पहली बार आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का गठन किया।
इस मंत्रालय के पहले मंत्री जुएल उरांव बने। उन्होंने उरांव के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों को याद करते हुए कहा कि जुएल उरांव उनके बड़े भाई जैसे हैं।
मुख्यमंत्री साय जब सांसद थे, तब उरांव ने उनके संसदीय क्षेत्र में अनेक विकास कार्यों के लिए राशि दी।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती झिंगिया उरांव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति की सफलता के पीछे उनकी धर्मपत्नी का बड़ा योगदान होता है। बीते वर्षों में हमारे भाई जुएल उरांव जी ने जनहित में जो काम किए हैं, उनमें हमेशा भाभी जी सहभागी रहीं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के कृषि एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री सुश्री लता उसेंडी भी मुख्यमंत्री के साथ थीं।