प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
इस साल भाद्रपद महीने की एकादशी तिथि पर अजा एकादशी का व्रत भक्त जन रखेंगे।
अजा एकादशी का व्रत जगत के पालनहार नारायण जी को समर्पित है। उदया तिथि के अनुसार, 29 अगस्त के दिन साल का अजा एकादशी व्रत रखा जाएगा।
बृहस्पतिवार के दिन, एकादशी पड़ने से व्रत का महत्व अधिक माना जा रहा है।
वहीं, इस दिन कुछ शुभ योगों का निर्माण भी हो रहा है। आइए जानते हैं अजा एकादशी व्रत के शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि, शुभ योग, मंत्र, भोग व उपाय-
अजा एकादशी के दिन कैसे करें पूजा?
स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें
भगवान श्री हरि विष्णु का जलाभिषेक करें
प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें
अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें
मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें
संभव हो तो व्रत रखें और व्रत रखने का संकल्प करें
अजा एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें
पूरी श्रद्धा के साथ भगवान श्री हरि विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें
प्रभु को तुलसी सहित भोग लगाएं
अंत में क्षमा प्रार्थना करें
अजा एकादशी पर शुभ संयोग
इस साल की अजा एकादशी के दिन कुछ शुभ संयोग बन रहे हैं। दृक पंचांग के अनुसार, इस दिन सिद्धि योग, आर्द्रा नक्षत्र- 04:39 पी एम तक, पुनर्वसु नक्षत्र व सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहें हैं। ये योग व नक्षत्र शुभ माने जाते हैं, जिनमें किए गए कार्य सफल सिद्ध होते हैं।
- सिद्धि योग- 07:12 पी एम, अगस्त 28 से 06:18 पी एम, अगस्त 29
- आर्द्रा नक्षत्र- 03:53 पी एम, अगस्त 28 से 04:39 पी एम, अगस्त 29
- पुनर्वसु नक्षत्र- आरम्भ: 04:39 पी एम, अगस्त 29 से 05:56 पी एम, अगस्त 30
- सर्वार्थ सिद्धि योग- 04:39 पी एम से 05:58 ए एम, अगस्त 30
मंत्र– ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, ॐ विष्णवे नम:
शुभ रंग- पीला
भोग– केसर की मिठाई, गुड़, चने की डाल, किशमिश, केला
अजा एकादशी उपाय- मान्यता है अजा एकादशी के दिन श्री विष्णु चालीसा का पाठ करने और केले के पेड़ की पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं।
अजा एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह एकादशी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 29, 2024 को 01:19 ए एम बजे
भाद्रपद माह एकादशी तिथि समाप्त – अगस्त 30, 2024 को 01:37 ए एम बजे
30 अगस्त व्रत पारण का टाइम- 07:49 ए एम से 08:31 ए एम
पारण तिथि के दिन हरि वासर समाप्त होने का टाइम – 07:49 ए एम