पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए और निर्मम हत्या पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सीएम ममता ने कहा है कि वह तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के कार्यक्रम को पीड़िता को समर्पित कर रही हैं।
इस पोस्ट में ममता बनर्जी ने देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हुए अपराधों पर बात करते हुए माफी भी मांगी है।
उन्होंने बंगाली भाषा में एक पोस्ट में लिखा, “आज तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर मैं इसे अपनी बहन को समर्पित कर रही हूं जिसकी कुछ दिन पहले आरजी कर अस्पताल में दुखद मृत्यु हो गई थी।
हम अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और उस जल्द से जल्द न्याय की मांग करते हैं। हमारी संवेदनाएं उन सभी महिलाओं के साथ हैं जो अमानवीय घटनाओं की शिकार हुई हैं।
सॉरी।” 9 अगस्त को कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद पूरे देश में आक्रोश है। लोग पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
युवाओं से की खास अपील
ममता बनर्जी ने आगे छात्रों और युवाओं की सामाजिक भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “समाज और संस्कृति को जागृत रखते हुए नए सपने दिखाना और नए दिन के उज्ज्वल संकल्पों से सभी को प्रेरित करना युवाओं का काम है। आज मेरी सभी से अपील है कि वे इस प्रयास में आगे बढ़े। मेरे प्यारे विद्यार्थियों, स्वस्थ रहें और उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध रहें।”
बीजेपी का 12 घंटे का ‘बंगाल बंद’ आज
इस बीच बीजेपी ने मंगलवार को हुए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में 12 घंटे का ‘बंगाल बंद’ बुलाया है।
मंगलवार को कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर से “नबन्ना अभियान” रैली शुरू हुई थी जिसमें पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी और प्रदर्शनकारी हावड़ा के संतरागाछी इलाके में इकट्ठा हुए थे।
लोगों ने पुलिस बैरिकेड्स भी खींच लिए और पुलिस को उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज करने पड़े। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।
अराजकता के बाद टीएमसी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि यह बीजेपी की प्लैनिंग का हिस्सा था। टीएमसी ने आगे कहा कि “नबन्ना अभियान” बीजेपी की एक साजिश थी और यह बंगाल पर एक भयानक हमले से कम नहीं है।”