मिलिट्री बेस से अन्न भंडार और तेल गोदाम तक पर यूक्रेन की नजर, ATACMS की रेंज में रूस के 250 ठिकाने…

पिछले करीब ढाई साल से चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध ने अब और भीषण रूप अख्तियार कर लिया है।

यूक्रेन ने एक तरफ रूस के सारातोव शहर में सबसे ऊंची इमारत वोल्गा स्काई पर अमेरिका के 9/11 जैसा हमला ड्रोन से किया है, तो दूसरी तरफ रूस ने सोमवार को तड़के यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया और पूरे यूक्रेन में कई इलाकों को अपना निशाना बनाया। यह हमला मध्य रात्रि के आसपास शुरू हुआ जो सुबह तक जारी रही।

यूक्रेन की वायु सेना के अनुसार, यूक्रेन के पूर्वी, उत्तरी, दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों की ओर रूसी ड्रोन के कई समूह बढ़ रहे थे, जिसके बाद कई क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल भी दागी गईं। पिछले कुछ हफ्तों में यूक्रेन पर रूस का यह सबसे बड़ा हमला है।

इसका लक्ष्य यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे रहे। अधिकारियों के अनुसार, राजधानी कीव में विस्फोटों की आवाज सुनी गई और शहर के कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई हैं।

दूसरी तरफ, यूक्रेन ने इस साल की शुरुआत में अमेरिका से हासिल किए गए आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) को रूस के कई अहम ठिकानों को लक्षित कर तैनात कर दिया है।

सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि रूस के कम से कम 250 सैन्य और अर्धसैनिक ठिकाने ATACMS की रेंज में हैं। ये सभी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम लंबी दूरी की मारक क्षमता रखते हैं। वॉशिंगटन ने इसी साल कीव को ये सिस्टम उपलबिध कराए हैं लेकिन यूक्रेन को सख्त चेतावनी दे रखी है कि इनका इस्तेमाल यूक्रेन क्रीमिया समेत अपनी ही भौगोलिक सीमा में कर सकता है।

अमेरिका ने दो टूक लहजे में यूक्रेन को कहा है कि इन मिसाइलों का इस्तेमाल किसी भी सूरत में रूस की मुख्य भूमि के अंदर नहीं किया जाएगा लेकिन शोधकर्ताओं का दावा है कि यूक्रेन ने आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) की तैनाती इस कदर कर रखी है कि उसकी जद में रूस के 250 ठिकाने आ रहे हैं। इन ठिकानों में मिलिट्री बेस से लेकर अन्न भंडार, संचार केंद्र और तेल गोदाम भी शामिल हैं।

इंस्टीट्यूट फॉर स्टडी ऑफ वॉर (ISW) के शोधकर्ताओं ने एक सैटेलाइट इमैजरी और मानचित्र प्रकाशित किया है, जो दिखाता है कि रूस के 250 ठिकाने अभी भी यूक्रेन द्वारा तैनात ATACMS की रेंज में हैं।

चित्रों से पता चलता है कि इन टारगेट्स में रूस के बड़े सैन्य अड्डे, संचार स्टेशन, रसद केंद्र, जनसुविधा केंद्र, ईंधन डिपो, गोला-बारूद गोदाम और स्थायी मुख्यालय शामिल हैं।

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन में तैनात एक वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी के हवाले से पोलिटिको की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी ठिकानों को निशाना बनाने में ये ATACMS उतने प्रभावी नहीं होंगे, जितना कीव उम्मीद कर रहा है क्योंकि मॉस्को ने भी यूक्रेन की सीमा के करीब रूसी हवाई अड्डों पर एयरक्राफ्ट और एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात कर रखा है।

शोधकर्ताओं ने लिखा, “इन 250 ठिकानों में से केवल 17 ही हवाई क्षेत्र हैं और शेष 233 नागरिक सुविधा केंद्र या उनसे जुड़े ठिकाने हैं।

इसलिए रूस 17 हवाई अड्डों या एयर फोर्स स्टेशन पर ही तैनाती कर सकता है, जबकि यूक्रेन बाकी ठिकानों पर हमले कर रूस पर दबाव बना सकता है। हालांकि, यह भी अभी दूर की कौड़ी लगती है क्योंकि इसकी इजाजत अमेरिका फिलहाल नहीं देने वाला।

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