सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक – छत्तीसगढ़):
धमतरी- बीते 20 वर्षों की तरह इस वर्ष भी शिया समुदाय द्वारा इमामबाड़ा नवागांव में 5 दिवसीय मजलिसों का सिलसिला जारी रहा, जिसमे रौनक ए मिंबर आली जनाब सैयद ज़ुल्फिकार हुसैन ज़ैदी साहब ने खिताब फ़रमाते हुए बताया कि इमाम हुसैन अ.स. व उनके 72 साथियों को यजीद लानती द्वारा 3 दिन का भूखा प्यासा करबला के तपते सहरा में कत्ल कर दिया गया था, और इमाम के घराने की पवित्र महिलाओं, बच्चों को कैद कर शाम जिसे सीरिया के नाम से जाना जाता है वहां पैदल ले जाया गया।
इमाम हुसैन की शहादत के 40 दिनों बाद दुनिया भर के शियाें द्वारा अरबयीन (40वां) मनाया जाता है। इसी सिलसिले में 21 अगस्त से 25 अगस्त तक 5 दिवसीय मजलिसों का आयोजन इमाम बाड़ा हज़रत ए अब्बास अलमदार अ.स. नवागांव में किया गया।
इस दौरान नौहा ख्वानी, मार्सिया ख्वानी, और नज़्र ए इमाम हुसैन का भी एहतेमामा किया गया। इन मजलिसों में बड़ी संख्या में अज़ादार शामिल होकर अपने वक्त के इमाम को खिराज ए अकीदत पेश किए, साथ ही देश की खुशहाली व अमन चैन की दुआएं भी मांगी गईं।