प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
Janmashtami 2025 mein kab hai: इस साल 2024 में जन्माष्टमी व्रत अगस्त के आखिरी वीक में पड़ा है, लेकिन अगले साल जन्माष्टमी व्रत अगस्त में जल्दी होगा।
व्रत इस तरह होगा कि आप दो दिन छुट्टी भी ले सकते हैं। जन्माष्टमी का व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को रखा जाता है।
इस साल 26 अगस्त को जन्माष्टमी है, लेकिन अगले साल 2025 को जन्माष्टमी अगस्त के शुरू में होगी।जन्माष्टमी का त्यौहार श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, कहा जाता है कि मथुरा नगरी में कंस के कारागृह में देवकी की आठवीं संतान के रूप में भगवान श्रीकृष्ण भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी को पैदा हुए।
उनके जन्म के समय अर्धरात्रि थी, चन्द्रमा उदय हो रहा था और उस समय रोहिणी नक्षत्र भी था। साल 2025 में व्रत 16 अगस्त को रखा जाएगा।
15 अगस्त और 16 अगस्त को दो दिन छुट्टी के मिल जाएंगे। 16 अगस्त को इस दिन निशीथ पूजा मुहूर्त रात को:12:03:48 से 12:47:12 रहेगा। जन्माष्टमी पारण का मुहूर्त अगले दिन 17 अगस्त को 05:50:27 के बाद किया जा सकेगा।
इस दिन अष्टमी तिथि 15 अगस्त को रात 11.49 पर शुरू होगी और अगले दिन रात को 9.34 तक रहेगी। इस दिन भी रोहिणी नक्षत्र को 17 अगस्त को सुबह मिलेगा।
मध्यरात्रि का क्षण – 12:26 ए एम, अगस्त 16
चन्द्रोदय समय – 10:46 पी एम K
अष्टमी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 15, 2025 को 11:49 पी एम बजे
अष्टमी तिथि समाप्त – अगस्त 16, 2025 को 09:34 पी एम बजे
रोहिणी नक्षत्र प्रारम्भ – अगस्त 17, 2025 को 04:38 ए एम बजे
रोहिणी नक्षत्र समाप्त – अगस्त 18, 2025 को 03:17 ए एम बजे